नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली समेत आसपास के इलाकों मेंCorona Infection एक बार फिर तेजी से पैर पसार रहा है। अब तक 23 लोगों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। सरकार भी लोगों को इससे बचने के लिए एडवाइजरी जारी कर रही है। साथ ही अस्पतालों में पर्याप्त तैयारी करने के निर्देश जारी किए है, ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने अस्पताल परिसर में मास्क पहनने का परामर्श दिया गया है।
अब तक 23 लोग संक्रमित
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने शुक्रवार को स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की। दिल्ली में गुरुवार तक Corona Infection के 23 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। सरकार कोविड के वर्तमान पुष्ट मामलों के सत्यापन की प्रक्रिया में जुटी है। यह पता लगाया जा रहा है कि यह मरीज दिल्ली के हैं या बाहर से यात्रा कर आए हैं। एनसीआर में अब तक नौ संक्रमितों की जानकारी सामने आ चुकी है। इसमें गाजियाबाद में चार, गुरुग्राम में तीन और फरीदाबाद में दो संक्रमित हैं।
अस्पतालों को किया अलर्ट
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। दिल्ली के सभी अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों, डॉक्टरों और उनकी टीम के साथ समन्वय किया है। अस्पताल और स्वास्थ्य सुविधाओं को अलर्ट पर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है। लोगों को समय-समय पर सूचना देते रहेंगे। लोगों से अपील है कि वह सभी स्वास्थ्य और सुरक्षा दिशा निर्देशों का पालन और अधिकारियों का सहयोग करें। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 की तैयारियों के संबंध में दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों को एक एडवाइजरी जारी की है।
रोज देनी होगी रिपोर्ट
अस्पतालों को सभी स्वास्थ्य सुविधाओं (ओपीडी/आईपीडी) में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के मामलों को रोज आधार पर रिपोर्ट करना होगा। एकीकृत स्वास्थ्य सूचना प्लेटफॉर्म पोर्टल पर अपडेट करेंगे। इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 मामलों को भी अस्पताल एल फॉर्म के तहत आईएचआईपी पर रिपोर्ट करेंगे। दिल्ली राज्य स्वास्थ्य डेटा प्रबंधन पोर्टल पर रोजाना ब्योरा देना होगा। एडवाइजरी में अस्पताल परिसर/स्वास्थ्य सुविधाओं में मास्क पहनने सहित श्वसन शिष्टाचार का पालन करने के निर्देश दिए हैं। वहीं कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर विशेषेज्ञों का कहना है कि कोविड के संबंध में चिंता करने और घबराने वाली कोई बात नहीं है।
सतर्क रहने की जरूरत
मामले बढ़ रहे हैं तो सतर्क रहने की जरूरत है। कोविड-19 वायरस में म्यूटेशन होते रहते हैं। हमारी कम्युनिटी में इम्युनिटी ज्यादा है। कोविड को लेकर यह उतार-चढ़ाव चलता रहेगा। इसमें डरने वाली कोई बात नहीं है। जिस वेरिएंट जेएन.1 की वजह से संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं वह डेढ़ साल पुराना है। वेरिएंट संक्रामक जरूर है। इससे मामलों में बढ़ोतरी जरूर हो सकती है, लेकिन कोई गंभीर समस्या पैदा नहीं होगी।
सपा सांसद बोले, हमारी सरकार में कटिया डालकर लोग बिजली चलाते थे,नहीं होती थी कार्रवाई