जौनपुर। यूपी के जौनपुर जिले में विवेक यादव की हत्या के बाद गुरुवार को जब शव परिजनों को सौंपा गया तो अंतिम संस्कार न करके तिराहे पर रखकर चक्का जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह परिजनों को समझाकर जाम खुलवाया। इस दौरान परिजनों और पुलिस के बीच काफी नोकझोंक हुई।
जौनपुर जिले के मड़ियाहू तहसील के मंगरमु गांव में विवाद के बाद दबंगों ने विवेक यादव की हत्या कर दी। गुरुवार सुबह से ही निगोह बाजार के तिराहे पर शव लेकर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे और चक्काजाम कर दिया। सूचना पर पहुंचे सीओ मड़ियाहूं विवेक सिंह, एसडीएम कुणाल गौरव ने सड़क से लोगों को हटाने का काफी प्रयास किया लेकिन असफल रहे। एसपी शैलेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे तो उग्र परिवार के लोग व ग्रामीणों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
पुलिस और ग्रामीणों के बीच कहासुनी के साथ ही तीखी बहस होने लगी। बाद में पुलिस जबरन शव को घर वालों के साथ थाने ले आई तो ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव करने लगे। सैकड़ों लोग पुलिस पर पत्थर मारने लगे। इस दौरान पुलिस टीम ने पैदल और गाड़ी से किसी तरह भागकर जान बचाई। बाद में भीड़ पर लाठीचार्ज करते हुए पुलिस ने लोगों को हटाया।
पुलिस ने भागकर जान बचाई
एसपी ग्रामीण शैलेंद्र सिंह और सीओ मड़ियाहूं विवेक सिंह ने भी किसी तरह भागकर जान बचाई। उधर पथराव में लेखपाल प्रमोद श्रीवास्तव को चोट भी लगी। एसपी ग्रामीण की गाड़ी और थाना मीरगंज, थाना नेवढ़िया, थाना पवारा व सुरेरी की गाड़ी का शीशा टूट गया। एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने मौके पर पहुंचकर घर- घर जाकर आरोपियों की खोजबीन करने में जुटे रहे। उन्होंने आरोपियों पर कार्रवाई की बात कही। डीएम दिनेश कुमार ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर शख्त कार्रवाई करने की बात कही। इस दौरान पुलिस टीम ने कई लोगों को हिरासत में लिया है।
यह है पूरा मामला
मंगरमू गांव निवासी 23 वर्षीय विवेक यादव व गहली कठरवा गांव के लवकुश यादव, राजू यादव से लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। आरोप है कि रविवार की देर शाम 9 बजे विवेक यादव सड़क पर खड़ा था तभी गहली कठरवा गांव के राजू यादव व लवकुश यादव पहुंचकर विवेक की पिटाई कर जबरन अपने साथ लेकर चले गए। पिता शंकर यादव को जानकरी होने पर यूपी 112 नंबर पुलिस को सूचना दी गई। भाई पुनीत का आरोप है कि पुलिस मौके पर पहुंची और कहा कि थाने पर जाइए। पुनीत पिता के साथ थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी।
थानाध्यक्ष मौके पर गए लेकिन आरोपी नहीं मिला तो परिजनों को सुबह आने को कहा। परिजन रात भर परेशान रहे। दो दिन तक विवेक का कुछ पता नहीं चला, परिजन अनहोनी की आशंका से परेशान रहे। इधर, पिता शंकर यादव की तहरीर पर दोनों आरोपियों पर अपहरण का मुकदमा पुलिस ने दर्ज कर लिया। मंगलवार को लगभग 3 बजे परिजनों को बेटे का शव मिलने की जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया।
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