मजदूर के घर टूटा दुखों का पहाड़: करंट से मां-बेटी की मौत, बेटी को बचाने के फेर में गई मां की भी जान

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Mazdoor ke ghar tuta dukhaon ka pahar
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।

झांसी। यूपी के एक गरीब परिवार के घर में गुरुवार रात को उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब, उसकी पत्नी और बेटी की करंट लगने की से मौत हो गई। इस हादसे की जानकारी उस वक्त हुई जब घर का मुखिया रात को मजदूरी करके घर लौटा। पत्नी- बेटी को बेसुध पाकर उसके उड़ गए। पड़ोसियों की मदद से दोनों को लेकर सीएचसी भागा वहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। एक साथ पत्नी और बेटी को खोने से भगवानदस पूरी तरह से टूट गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।

इलाज के लिए सीएचसी भागा

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार झांसी के ग्राम तरगुवां के मजरा बिसतिया निवासी भगवानदास मजूदरी करके परिवार चलाता था, उसके पास आय का कोई और साधन नहीं थी। रोज की तरह वह गुरुवार सुबह भी मजदूरी के​ लिए घर से​ निकला था, शाम को जब थकाहारा घर लौटा तो उसके होष उड़ गए  उसे पत्नी रामकुंवर (45) और पुत्री आरती (26) पति अंतराम निवासी विजयपुरा मजरा हसार खिरक बेसुध अवस्था में पड़ी थी। उसने तुरंत आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। जिसके बाद दोनों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मौके पर पहुंची पुलिस

एक साा मां- बेटी की मौत की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्र पुलिस बल के साथ सीएचसी पहुंचे और दोनों के शवों को परीक्षण के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। सीएचसी के डॉक्टर ने बताया कि संभवत: पहले बेटी को करंट लगा होगा, उसे बचाने के चक्कर में मां भी करंट की चपेट में आ गई होगी। घर में कोई नहीं था,इसलिए दोनों की तड़प- तड़प कर मौत हो गई।

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