सुपर सब्जी: एक ही पौधे में अब घर में उगा सकेंगे बैगन, टमाटर और मिर्च ,जानिए कब मिलेंगे ऐसे पौधे

122
Super Vegetable: Now you can grow brinjal, tomato and chilli at home in one plant, know when you will get such plants.
इन पौधों को गमले और किचन गार्डेन में भी लगा सकते हैं। इस तकनीकि से उगाई गई सब्जी काफी पौष्टिक होगी।

वाराणसी। घर में किचन गार्डेन करने वालों को ​लिए वैज्ञानिकों ने एक शानदार तोहफा दिया हैं। अब बैगन, टमाटर और मिर्च की खेती करने के लिए अलग-अलग पौधे नहीं खरीदने पड़ेंगे अब एक ही पौधे में एक साथ तीनों फसलों की सब्जियां ले सकते है। इसके लिए शोध अंतिम चरण में चल रहा है। वैज्ञानिकों की माने तो ऐसे पौधे दिसंबर 2024 तक किसानों को मिलने लगेंगे। इन पौधों को गमले और किचन गार्डेन में भी लगा सकते हैं। इस तकनीकि से उगाई गई सब्जी काफी पौष्टिक होगी।

दो महीने में तैयार होते है पौधे

शाहंशाहपुर स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान सब्जियों का उत्पादन बढ़ाने वाली नई प्रजातियों पर शोध कर रहा है। सब्जियों में ग्राफ्टिंग विधि (कलम बंधन) से पोमैटो (एक पौधे में आलू-टमाटर) और ब्रिमैटो (एक पौधे में बैगन-टमाटर) के पौध तैयार किए जा चुके हैं। अब बैगन, टमाटर और मिर्च की पैदावार बढ़ाने की तकनीक पर काम चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसा अगले साल तक ऐसे पौधे किसानों तक पहुंच जाएंगे।अध्यक्ष ने बताया कि बैगन, टमाटर और मिर्च पौधे के तीन कलम बांधकर पौधे तैयार करने में ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इसे तैयार करने में 50 से 60 दिन लग सकते हैं।

ये है ग्राफ्टिंग तकनीक

सोलेनेसी एवं कुकुरबिटेसी कुल की सब्जियों में ग्राफ्टिंग तकनीक का प्रयोग किए जाते हैं। डॉ. आनंद बहादुर ने बताया कि इसमें किसी एक सब्जी के पौधे की नर्सरी तैयार करने के बाद उसमें कलम बांधकर दूसरे पौधे की नर्सरी को लगाते हैं। फिर मौसम के अनुकूल और उर्वरक, पानी आदि दी जाती है।

इस तकनीकी से जैविक और अजैविक तना के प्रबंधन (जलभराव, सूखा और मृदाजनित रोगों से लड़ने की क्षमता ज्यादा होती है) कर उत्पादन में 10 से 30 फीसदी की वृद्धि करते हैं। ग्राफ्टिंग तकनीक से तैयार पौधे में खाद, पानी की बचत के साथ उत्पादन ज्यादा होता है। पोमैटो व ब्रीमैटो के पौधे किसानों को दिए जा रहे है। अगले माह सात हजार और पौधे दिए जाएंगे।इसके लिए दो हजार से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्हें ग्राफ्टिंग चैंबर व डिब्बे में तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे खुद तैयार कर सकें।

इसे भी पढ़े…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here