बांदा। आशिक मिजाज अधेड़ को कुछ लोगों ने घर में घुसकर गोली मारी थी, इस मामले में मृतक की पत्नी का कहना है कि उसके पति का चरित्र अच्छा नहीं है, गांव की महिलाओं से छेड़छाड़ करता रहता था, यहां तक कि वह लोगों को डराने के लिए हमेशा तमंचा लेकर चलता था। महिला का कहना है कि वह पति की हरकतों से अजीज आ चुकी थी, वह उससे गांव की महिला को बुलाने तक के लिए कहता था।
9ुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बांदा जिले में बिसंडा थाना क्षेत्र के कैरी गांव किसान बालकरन उर्फ बाबू को बुधवार की रात कुछ लोगों ने घर में घुसकर गोली मारी थी। उस समय घर लोग डरकर घर में छिप गए थे, मृतक की पत्नी का कहना है कि वह लोग बार— बार कह रहे थे कि किसी की बहन बेटी को छेड़ेगा।
बेटी के गहने किसी को देने के आरोप
मृतक की पत्नी संतोषिया ने बताया कि उसकी पुत्री नीलम अपनी ससुराल से मायके आई हुई है। पुत्री के जेवर मंगलवार को बालकरन ले गया था। उसे शक है कि गांव की ही किसी महिला को उसने यह जेवर दिए हैं। हालांकि उसे पता नहीं है कि किस महिला को दिए हैं। बता दे कि वर्ष 2005 में कैरी गांव के राजाराम पटेल की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस हत्याकांड में मृतक बालकरन पटेल नामजद मुल्जिम बना था। उसे न्यायालय से आजीवन कारावास की सजा भी हुई थी। बताया जाता है कि राजाराम पटेल की हत्या शराब खोरी को लेकर हुई थी।
घर में घुसकर मारीं तीन गोलियां
हमलावरों ने बुधवार रात को बालकरण को दौड़ाकर उसके घर में तीन गोलियां मारकर उसकी जान ली थी। गोलियों की आवाज सुनकर परिजन जागे, लेकिन हमलावरों की धमकी से डरकर कमरे में ही दुबके रहे। घटना की जानकारी पर सुबह पुलिस, फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड ने जांच की।मृतक किसान बालकरन की पत्नी संतोषिया ने गांव के किसी भी व्यक्ति यहां तक कि अपने दुश्मन परिवार तक का इस हत्याकांड में शामिल होने का नाम नहीं लिया है। उसका कहना है कि वह घर के अंदर से सिर्फ फायर की आवाजें सुनतीं रही थी। उसे ज्यादा कुछ नहीं मालूम कि कौन मार गया।
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