लखनऊ। जब से बीजेपी छोड़कर सपा की साइकिल की सवारी स्वामी प्रसाद मौर्य ने की है, तब से लगातार हिंदू धर्मग्रंथों और धर्मस्थलों पर लगातार हमलावर होकर सपा को एक अलग लाइन पर ले जाना चाहते है, जिससे कई बार वरिष्ठ सपा नेताओं ने किनारा भी किया,लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार भाजपा पर निशाना साधने की चक्कर में हिन्दू मतदाताओं को सपा से दूर करने का काम करते है।
कुछ ऐसा ही इस बार फिर हिंदू तीर्थस्थलों पर विवादित बयान दिया, जिसकी जमकर आलोचना हो रही है। अब इस मुददे पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सीमा रेखा खींचते हुए बोले कि पार्टी के नेता और प्रवक्ता हिंदू — मुस्लिम के मुद्दों से बचते हुए केवल 80 लोकसभा सीटों के जीतने पर मेहनत करें बेवजह विवादों से बचे। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे कहा कि भाजपा झूठी खबरें प्रचारित करने में माहिर है। ऐसे में तत्काल इस असत्य का पर्दाफाश कर जनता को उसके कारनामों से परिचित कराएं।
कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरा
अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में जंगलराज है, भाजपा सरकार बुल्डोजर के बल पर शासन कर रही है। सरकार की नाकामयाबियों को उजागर करते हुए सपा सरकार में हुए विकास कार्यों को जनता को बताए ताकि हम अपने काम की वजह से इन्हें हरा सके। महिलाओं का उत्पीड़न और हिरासत में मौतें भाजपा सरकार के माथे पर कलंक है। बैठक में प्रवक्ताओं ने कहा कि समाजवादी सरकार को युवाओं के भविष्य की चिंता थी, जबकि भाजपा का चरित्र जनविरोधी है।
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