प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ भले ही मिट्टी में मिल गए हो, लेकिन द्वारा काली कमाई से खड़ा किया गया साम्राज्य कितना बड़ा है, इसका अंदाजा लगाना सरकार के वश की बात नहीं है। सरकार ने अभी तक जो संपत्तियां जब्त की है, उससे अधिक अभी सरकार के आंखों से ओझल हैं। अब माफिया के परिवार के लोग उन संपत्तियों को बेचकर यहां से फरार होना चाहते हैं।
इसी चक्कर में माफिया के भाई की बेवा जैनब सोमवार को राजधानी लखनऊ अपने वकील के साथ पहुंची थीं, जिसकी भनक लगते ही उनके मंसूबों पर पानी फिर गया। अब प्रयागराज के कटहुला गौसपुर में माफिया अतीक और अशरफ की 12.42 करोड़ की संपत्ति पुलिस कुर्क होगी जिसकी तैयारी सरकार ने कर ली। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उक्त संपत्ति 20 करोड़ में बिकनी थी,एसटीएफ ने भनक लगते ही छापा मारा,जिसमें वकील विजय मिश्र तो पकड़ा गया, पर माफिया की बेवा जैनब फरार होने में कामयबा रही।
गरीबों की जमीन पर किया था कब्जा
पुलिस की जांच में पता चला है कि अतीक अहमद ने 14 अगस्त 2015 को 14 गरीबों की कटहुला गौसपुर में स्थित अलग-अलग अराजियों जिसका कुल क्षेत्रफल 23447 वर्ग मीटर है। जिसे गरीबों को डरा-धमकाकर खरीदा गया था। इन जमीनों का पुलिस ने राजस्व विभाग ने चिह्नीकरण कर लिया है। सर्किल रेट के हिसाब से इन जमीनों की कुल कीमत 12.42 करोड़ रुपए है।बता दें कि IS-227 के गैंग लीडर अतीक अहमद के खिलाफ धूमनगंज थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। मामले में पुलिस ने अब तक 1800 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत गैंग लीडर अतीक अहमद ने अपराध से कमाई गई संपत्तियों पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण का बुलडोजर चल चुका है। लूकर गंज में अवैध कब्जे की जमीन छुड़वाकर उस पर योगी सरकार गरीबों के लिए 76 फ्लैट बनाकर चाबी दे चुकी है।
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