मेरठ। प्रदेश के बड़े मीट कारोबारी पूर्व मंत्री हाजी याकूब पर सरकार की सख्त कार्रवाई जारी है। दरअसल मीट फैक्टरी के अंदर अवैध रूप से मीट की पैकेजिंग के मामले में पूर्व मंत्री हाजी याकूब की 31 करोड़ 70 लाख की संपत्ति को चिन्हित कर लिया गया है। उक्त संपत्ति का आंकलन पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट पर हुआ है। जिले में 26 स्थानों पर हाजी याकूब की संपत्ति मिली है। इसमें 12 वाहनों को जब्त कर लिया गया है। वहीं बाकी की संपत्ति को आज जब्त किया जाएगा।
32 वाहन होंगे जब्त
31 मार्च 2022 को हाजी याकूब की फैक्टरी पर पुलिस ने छापा मारा था। इसमें याकूब, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे फिरोज, इमरान सहित 17 को नामजद किया गया था। नवंबर 2022 में याकूब परिवार पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया था। सीओ किठौर रुपाली राय ने बताया कि गैंगस्टर के तहत याकूब कुरैशी की संपत्ति जब्त करने के लिए चिह्नित की जा रही थी।
इसमें याकूब का हापुड़ रोड स्थित स्कूल,अस्पताल,मीट फैक्टरी,प्लॉट, सराय बहलीम स्थित दो मकान समेत अन्य जगहों पर संपत्ति चिन्हित की गई है। इनमें मर्सिडीज,जगुआर व अन्य चार पहिया व दो पहिया समेत 32 वाहन शामिल हैं। सीओ किठौर का कहना है कि सभी विभागों से रिपोर्ट आ गई है। आज जब्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने एक वीडियो जारी करते हुए बताया कि थाना खरखौदा में मीट फैक्टरी के अंदर अवैध रूप से मीट की पैकेजिंग के मामले में पूर्व मंत्री हाजी याकूब की 31 करोड़ 70 लाख की संपत्ति को चिन्हित कर लिया गया है। इसमें 32 दोपहिया व चार पहिया वाहन भी शामिल हैं। जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेज दी गई है। इस चल व अचल संपत्ति को जब्त किया जाएगा।
सोनभद्र जेल में लिए याकूब के बयान
संपत्ति जब्तीकरण करने से पहले मेरठ पुलिस ने पूर्व मंत्री के सोनभद्र जेल में जाकर बयान लिए गए। पुलिस का दावा है कि अवैध रूप से धन अर्जित करके संपत्ति बनाई गई है। हालांकि याकूब के अधिवक्ताओं ने दोनों ही मुकदमों को गलत बताया है। याकूब के दोनों बेटे जमानत पर बाहर आ गए हैं।
फैक्टरी पर अभी नहीं होगी कार्रवाई
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना कि मंगलवार से इसकी प्रक्रिया शुरू कर हो गई है। याकूब की मीट फैक्टरी पर एमडीए की सील लगी है। फैक्टरी में कई साझेदार हैं, उसको अभी जब्त नहीं किया जा सकता है। पुलिस की दस टीम बना दी हैं। अलग-अलग जगह पर संपत्ति है, जिसको जब्त करने में समय लगेगा। मीट फैक्टरी और गैंगस्टर की कार्रवाई पर याकूब पक्ष के अधिवक्ता ने कोर्ट में मजबूत पैरवी की है।
याकूब के दोनों बेटों को जमानत मिली है, लेकिन पुलिस द्वारा 31 मार्च 2022 को दर्ज मुकदमे से जुड़े मजबूत साक्ष्य जुटाने के प्रयास किए गए। तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने याकूब के खिलाफ दर्ज मुकदमे का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि संगठित गैंग बनाकर अवैध मीट फैक्टरी चलती पकड़ी गई। इसके आधार पर ही कार्रवाई होगी।
अरबों रुपये है संपत्ति
डीएम द्वारा जब्तीकरण का आदेश करने के बाद पुलिस ने याकूब और उनके परिवार को नोटिस भेज दिया है। सीओ किठौर रूपाली राय चौधरी का कहना है कि याकूब की अभी और भी संपत्ति बची है। फिलहाल जिसके आदेश हुए है, उसे जब्त करने के लिए पुलिस टीम बनाई है। याकूब कुरैशी की अरबों की संपत्ति मिली है। और संपत्तियों को चिह्नित करने का काम जारी है।
इसे भी पढ़ें…