लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड के बाद से पहले बसपा अब सपा मुस्लमानों को अपने पक्ष में करने के लिए बयान दे रही है। पहले मायावती ने कहा कि अतीक अहमद की पत्नी के गुनाह साबित होने के बाद ही पार्टी से निकाला जाएगा। वहीं अब सपा नेता रामगोपाल यादव ने यह कहकर यह सनसनी फैला दी कि एक दो दिन में माफिया अतीक के बेटे की एक दो दिन में हत्या कर दी जाएगी।
कुर्सी से दूर दोनों राजनीतिक दल उमेशपाल के हत्यारों को संरक्षण देकर वोट की खेती करना चाहते है। इन दोनों दलों के नेताओं को यह नहीं दिखता कैसे इन आतंकियों ने दिन दहाड़े एक वकील को घेरकर गोलियों से भून डाला था। इन दोनों दलों के लिए केवल मुस्लिमों का वोट दिखता हैं, इसलिए यह लोग इनको संरक्षित करने की बात कर रहे है। इन्हें पिछड़े वर्ग के एक वकील की हत्या नहीं दिखी उसके परिवार के प्रति सहानुभूति नहीं जताई, अब जब सरकार आरोपियों पर कार्रवाई कर रही है तो इन्हें दर्द हो रहा है। जैसा कि आरोप सपा पर लगता आ रहा हैं वह रामगोपाल यादव के बयान से पुष्ट हो गया।
पांच में से दो को मिट्टी में मिलाया
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही हैं। पुलिस ने सोमवार को मुठभेड़ में दूसरे शूटर को मार गिराया। वहीं, पुलिस मामले में फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है। अतीक के बेटे असद समेत पांच मोस्टवॉन्टेड अभी तक फरार हैं।न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, सपा महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा है कि जब उन्हें वास्तविक अपराधी नहीं मिल रहे हैं, तो वे ऊपर से दबाव में हैं। वो जो भी मिलेगा उसे मार डालेंगे। अतीक अहमद के दो बेटे हैं, उनमें से एक को कुछ दिनों में मार दिया जाएगा।
एनकाउंटर की जताई आशंका
रामगोपाल यादव ने कहा कि माफिया के दो लड़कों को पहले दिन ही पकड़ ले गए थे, उनमें से एक की हत्या हो जाएगी, आप देख लेना। उन्होंने कहा कि अतीक के पांच बेटे हैं, दो पहले से ही जेल में है। मामले में नामजद असद अभी फरार है, बाकी दो नाबालिग बेटे कहां है, ना तो पुलिस बता रही है और ना ही परिवार। रामगोपाल ने दावा किया कि इन्हीं दो में से किसी एक की हत्या हो जाएगी। संविधान जीवन देने का मौलिक अधिकार देता है, लेकिन आप किसी का जीवन नहीं ले सकते हैं। रामगोपाल ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में किसान विरोधी डबल इंजन की सरकार है। बता दे कि रामपाल को माफिया के खुखार बेटों में इंसानियत नजर आ रही है, उनका बहशीपन नहीं नजर आ रहा है कि कैसे यह गोली और बम चलाकर हत्या करते है।
सरकार पर लगाया आरोप
आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल एक शातिर शूटर को पुलिस ने सोमवार की सुबह मुठभेड़ में मार गिराया था। हत्याकांड के बाद से पुलिस को विजय उर्फ उस्मान की तलाश थी। इससे पहले, उमेश पाल और दोनों सिपाहियों की हत्या में शामिल अरबाज को पिछले सोमवार को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया गया था। शूटरों ने जिस क्रेटा गाड़ी से उमेश पाल पर हमला किया था, वह गाड़ी अरबाज ही चला रहा था। चकिया क्षेत्र में हमले में प्रयुक्त क्रेटा कार बरामद होने के बाद इंजन और चेचिस नंबर से पुलिस आरोपी अरबाज तक पहुंच गई।
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