अमृतसर। पंजाब में एक बार फिर कानून व्यवस्था बिगड़ती नजर आ रही है। खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी तूफान सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में उनके हजारों समर्थक सड़कों पर उतर आए। बंदूक, तलवारें और लाठियां लेकर थाना घेर लिया, पुलिस ने जब उन्हें रोकने के लिए बैरीकेड लगाए तो वे उसे तोड़कर थाने के अंदर घुस गए। मौके पर हंगामा जारी है।
बता दें कि अमृतपाल ने ही अपने समर्थकों से गुरुवार सुबह 11 बजे अजनाला पहुंचने के लिए कहा था। इसके बाद यहां भीड़ इकट्ठा हो गई। माहौल की गंभीरता को भांपते हुए पुलिस भी एक्टिव हो गई और अमृतपाल के पहुंचने से पहले ही उनके समर्थकों को उठाना शुरू कर दिया। इससे माहौल गर्मा गया।
30 लोगों पर केस दर्ज
अमृतसर के अजनाला पुलिस थाने में अमृतपाल, उसके साथी तूफान सिंह समेत कुल 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है। इन लोगों ने अमृतपाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्प्णी करने वाले एक युवक को किडनैप करने के बाद उसे बुरी तरह पीटा था। इसी केस में पुलिस ने तूफान सिंह को गिरफ्तार किया था। इससे अमृतपाल भड़क गया और उसने गुरुवार को अमृतसर में अजनाला पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारी देने की घोषणा की थी।
गृहमंत्री को दी धमकी
अमृतपाल सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ भी तीखे तेवर दिखाते हुए हश्र इंदिरा गांधी की तरह सबक सीखाने वाली बात कही थी, लेकिन बीते कल ही उन्होंने इस पर यू-टर्न ले लिया और कहा कि अमित शाह उन्हें मरवाना चाहते हैं, वाली बात कह दी। वहीं उन्होंने घोषणा की थी कि आज वह अजनाला में अपने समर्थकों के साथ धरना देने पहुंचेंगे।
समर्थक को वॉर्निंग के बाद छोड़ा
अमृतपाल सिंह खुद तो नहीं पहुंचा, लेकिन समर्थकों का जमावड़ा अजनाला पहुंच गया है। भीड़ में पुलिस ने इस दौरान एक युवक को पकड़ लिया। पुलिस उसे घसीट कर गाड़ी में बिठाने वाली थी तभी एसएसपी रूरल वहां पहुंच गए। उन्होंने युवक को वॉर्निंग देकर छोड़ दिया।युवक ने बताया कि वह अमृतपाल सिंह के आह्वान पर यहां पहुंचा था। उसकी तरफ से कोई हरकत भी नहीं की गई, जिसके बाद भी पुलिस ने उसे पकड़ कर गिरफ्तार करने की कोशिश की।
यह है पूरा मामला
कुछ दिन पहले 15 फरवरी की रात अजनाला में पहुंचे चमकौर साहिब के बरिंदर सिंह को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया था। जंडियाला गुरु के पास मोटर पर, जहां अमृतपाल सिंह भी मौजूद था, पर बरिंदर सिंह के साथ मारपीट की गई थी। जिसकी शिकायत पर अमृतपाल व उसके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
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