नईदिल्ली। एक लोकतांत्रिक देश होने के नाते भारत हर उस देश की मदद करता है, जिस पर आपदा आती हैं, चाहे वह जैसा देश हो। प्राकृतिक आपदा भूकंप से बर्बाद हुए देश तुकीए की लोगों की मदद के लिए जरूरी सामान के साथ बचाव दल भेजा है। यह दल लोगों को राहत सामाग्री भेजने के देने के साथ ही मलबे में फंसे लोगों को बचाने में मदद करेगा। बता दें कि तुर्कए भूकंप के झटकों ने भंयकर तबाही मचाई है। अब तक मरने वालों का आंकड़ा पांच हजार के पार पहुंच गया है, वहीं कुछ लोगो का कहना है कि जिस तरह से तबाही हुई हैं उससे मरने वालों का आंकड़ा इससे कई गुना ज्यदा हो सकती है।
भूकंप से बेघर हुए लोगों के लिए बारिश ने और मुसीबत पैदा कर दी है। लोग सिर छिपाने के लिए परेशान हैं। भूकंप के चलते तुर्की के 10 प्रांतों में लगभग 3,500 इमारतें जमींदोज हो गईं हैं। अब तक के आंकड़े के अनुसार, पांच हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 25 हजार से अधिक लोग घायल हैं। बड़ी संख्या में लोग लापता भी हैं।
मलबे के नीचे फंसे हैं सैकड़ों लोग
तुर्की सेना के जवान, पुलिसकर्मी, स्थानीय लोगों के अलावा अन्य देशों से पहुंची राहत-बचाव टीम मलबे में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी है। बताया जाता है कि बड़ी संख्या में लोग मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। 20 वर्षीय सीरियाई छात्र ने मीडिया को बताया कि एक परिवार है जो अभी मलबे के नीचे फंसा हुआ है। मैं उन्हें जानता हूं। सुबह 11 बजे तक, मेरा दोस्त फोन पर जवाब दे रहा था, लेकिन अब उसका फोन बंद आ रहा है। वह नीचे है। मुझे लगता है कि उसके फोन की बैटरी खत्म हो गई है। वह जिंदा है, लेकिन उस तक पहुंचना इतना आसान भी नहीं है।
भारत ने भेजी मदद
भारत ने भूकंप की मार झेल रहे तुर्की को भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप भेज दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से की गई घोषणा के कुछ घंटों बाद ही भारत ने भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप तुर्की को भारतीय वायु सेना के विमान से भेजी है। भेजी राहत सामग्री की खेप में एक विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल खोज और बचाव दल शामिल है। अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा से जुड़ी चीजें, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण और सहायता प्रयासों के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण उपकरण शामिल थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह जानकारी दी।
इससे पहले भारत सरकार ने सोमवार को भूकंप प्रभावित तुर्की को तत्काल राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तलाशी और बचाव टीम, चिकित्सा टीम और राहत सामग्री भेजने का फैसला किया था। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रभावित देश को हरसंभव मदद देने के निर्देश के बाद उठाया गया था।
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