Message of love: 70 फीट गहरे कुएं में गिरे कुत्ते के बच्चे को बचाने चला दो घंटे रेस्क्यू आपरेशन

134
Rescue operation went on for two hours to save the puppy who fell in 70 feet deep well
70 फीट गहरे कुएं से निकाल लिया,जिसकी सोशल मीडिया पर जमकर प्रशंसा की जा रही है।

आगरा। पिछले कई महीने से पालतू और बेसहारा जानवरों के साथ अत्याचार की खबरें मीडिया में वायरल हो रही हैं, इन सबके विपरित मोहब्बत की नगरी आगरा से पशु प्रेमी की अनोखी खबर सामने आई। यहां कुएं में गिरे कुत्ते के बच्चे को बचाने के लिए स्थानीय लोगों के साथ ही प्रशासन ने दो घंटे तक रेस्क्यू आपरेशन चलाकर उसे 70 फीट गहरे कुएं से निकाल लिया। जिसकी सोशल मीडिया पर जमकर प्रशंसा की जा रही है।

आगरा में थाना जगदीशपुरा के गढ़ी भदौरिया क्षेत्र में स्ट्रीट डॉग का बच्चा सूखे कुएं में गिर गया। दो दिन तक बच्चा कुएं में ही पड़ा रहा। लोगों ने उसकी आवाज सुनकर पुलिस और एनजीओ कोबरा को सूचना दी। इसके बाद एनजीओ ने लोगों की मदद से कुत्ते के बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। दो घंटे चले इस ऑपरेशन में 70 फीट गहरे कुएं से कुत्ते के बच्चे को सकुशल बाहर निकाला गया।

फायर ब्रिगेड नहीं पहुंच सकी

स्थानीय लोगों की मानें तो 2 दिन पहले घूमते कुत्ते का दो माह का बच्चा खुले कुएं में गिर गया। जैसे ही इसकी जानकारी स्थानीय निवासी रोनी पिप्पल को हुई तो उसने इसकी जानकारी 112 नंबर पर पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड और पुलिस ने कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। गली सकरी होने के चलते फायर ब्रिगेड की गाड़ी अंदर नहीं आ सकी। ऐसे में शहर में कार्यरत कोबरा एनजीओ को सूचना दी गई। कोबरा एनजीओ के अंशुलदीप शाह अपनी टीम के साथ पहुंचे।

70 फीट कुएं में उतरे अंशुल

अंशुल ने बताया कि वो पहले भी रेस्क्यू कर चुके हैं। जब वो वहां पहुंचे तो पुलिस और फायर ब्रिगेड के लोग थे। वो इस कुएं में दो साल पहले भी एक कुत्ते को रेस्क्यू कर चुके थे। वो कुत्ता पांच दिन से अंदर गिरा था। ऐसे में लोगों ने उनसे कहा कि तुम ही उसे बाहर निकाल सकते हैं। तब उन्होंने फिर से कुएं में उतरने का निर्णय किया। वो रस्सी के सहारे 70 फीट गहरे कुएं में उतरे। पिल्ले को गोद में उठाया। इसके बाद सफलतापूर्वक पिल्ले सहित दोनों को ऊपर खींचा गया। अंशुल बताते हैं कि वह आए दिन ऐसे रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देते हैं, जिसमें बेहद जोखिम होता है। मेनहोल कई सालों से बंद होते हैं, जिसमें खतरनाक गैस भी बन जाती हैं। जान का ख़तरा भी होता है।

इसे भी पढ़ें…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here