गाजियाबाद। यूपी की गाजियाबाद पुलिस ने बुधवार को एक हैरान करने वाले मामले का खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि कैसे रुपये के लिए एक पीएचडी छात्र की उसके मकान मालिक ने बेदर्दी से हत्या करके उसके शव के टुकड़े—टुकड़े करके ठिकाने लगाए। इस खुलासे के बाद से पुलिस वाले भी हैरान है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अक्टूबर से लापता गाजियाबाद के मोदीनगर में राधा एंक्लेव में किराये पर रहने वाले पीएचडी के छात्र अंकित खोखर (35) की उसके मकान मालिक उमेश शर्मा ने एक करोड़ के लिए हत्या की और आरी से शव के चार टुकड़े कर अलग-अलग जगह फेंक दिए। दो टुकड़े गंगनहर और एक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर फेंका गया। धड़ खतौली में फेंका। पुलिस उमेश और उसके दोस्त प्रवेश को हिरासत में लेकर बुधवार को वारदात के खुलासे का दावा किया। पुलिस का दावा है कि उसने पूछताछ में हत्या के पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बता दिया है। आरोपी मृतक का जीजा लगता था, जो अब पुलिस की गिरफ्त में है।
मसूरी गंगनहर में फेंके शव के टुकड़े
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने पहले से तय कर रखा था कि छह अक्तूबर को ही हत्या करेगा। वह सामान्य बातचीत के बाद बहाने से अंकित के पास गया। वह उस समय बैठा था। उससे पूछा कि तुमने अपनी शादी के बारे में क्या सोचा है, तुम कहो तो तुम्हारे लिए लड़की ढूंढें। इसी बातचीत के दौरान वह उसके पीछे की तरफ गया और तेजी से गला दबा दिया। अंकित थोड़ी देर तड़पा और फिर उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद उमेश अपने घर में गया और आरी लेकर आया। आरी से ही शव के चार टुकड़े किए।
फिल्म देखकर रची साजिश
आरोपी ने बताया कि उसने यू-ट्यूब पर एक फिल्म ने देखी थी कि अगर हत्या के बाद किसी का शव बरामद न हो तो पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकती है। पुलिस ने उमेश से हुई पूछताछ के हवाले से बताया कि वह छह अक्तूबर को ही बाजार से आरी और सफेद पन्नी खरीदकर लाया था। हत्या के बाद पहले उसकी गर्दन काटकर अलग की। शरीर से पूरा खून निकल जाने के बाद तीन और टुकड़े किए। इसके बाद सफेद पन्नी में चारों टुकड़े पैक किए। फिर पूरा कमरा साफ किया। इसके बाद टुकड़े उसने कार में रख दिए। वह दोस्त से कार मांगकर लाया था।
वह छह अक्तूबर को ही कार लेकर निकल गया। पहले खतौली पहुंचा। वहां गंगनहर में एक टुकड़ा फेंक दिया। वहां से मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे से होता हुआ डासना के पास मसूरी पहुंचा। यहां दो टुकड़े गंगनहर में फेंके। चौथा टुकड़ा उसने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर फेंका। इसके बाद वह मोदीनगर अपने घर चला गया। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती शव के टुकड़े बरामद करने की है। पुलिस उसे लेकर घूम रही है।
हत्या में पत्नी – दोस्त के शामिल होने का शक
उसने बताया है कि यह काम उसने अकेले किया। हालांकि, पुलिस को इस पर यकीन नहीं है। पुलिस का मानना है कि इसमें उसकी पत्नी और दोस्त भी साथ रहे होंगे। शव के टुकड़े बरामद होने के बाद उससे फिर से पूछताछ होगी। पत्नी और दोस्त को भी पुलिस ने हिरासत में ले रखा है। वे अभी कुछ नहीं बोल रहे हैं। सभी एक ही बात कह रहे हैं कि उन्हें कुछ नहीं मालूम है। पुलिस ने इन दोनों के अलावा चार और लोगों को हिरासत में लिया है। सभी के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। फिर सभी का आमना-सामना कराया जाएगा।अंकित उमेश को जीजा कहता था। वह उसकी पत्नी को बहन मानता था। प्रदीप के साथ पहले भी घर आ चुका था। उसने पिछली रक्षाबंधन को उमेश की पत्नी से राखी भी बंधवाई थी।
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