भुवनेश्वर। ओड़िसा की राजधानी भुवनेश्वर के पिपिली प्रखंड के चंद्रदेईपुर पंचायत ब्राह्मण शाही में पिछले कुछ दिनों से जहरीली चींटियों का प्रकोप से लोग परेशान हैं। चींटियों से बचने के लिए लोग गांव छोड़कर भागने को मजबूर है। ग्रामीणों ने बताया कि चींटियों के काटने से भयंकर दर्द होने लगता है। गांव के ही कुमुद दास परिवार ने गांव छोड़ दिया और अब डेलांग में शरण ली, जबकि रेणुबाला दास खुर्दा में अपने रिश्तेदार के घर रह रही है। जहरीली चींटियों की वजह से गांव के लोग परेशान हैं। इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन का कोई अधिकारी अब तक वहां नहीं पहुंचा, इससे ग्रामीणों में काफी रोष है। गांव में भारी रोष है।
शरीर में बन रहे हैं घाव
पूरा गांव अब लाखों लाल जहरीली चीटियों के अंडे देने से डरे हुए है। वार्ड सदस्य राजप्रसाद दास ने कहा है कि जब ये चींटियां शरीर को छूती हैं, डंक मारती हैं जिससे असहनीय खुजली होती है। खुजली होने के बाद लोगों के शरीर में घाव बन जा रही है।
चींटियों के काटने से सांप की भी मौत
इन जहरीली चींटियों के संपर्क में आने से गांव के आशामणि दास, नयना दास समेत कई लोगों के पैरों में छाले हो गए हैं। इन चींटियों के काटने पर सांप, छिपकली और बिच्छू भी मर जा रहे हैं। लोग घर में बैठकर खाना नहीं खा सकते हैं। सरपंच सुरेंद्र बेहरा ने कहा कि ग्रामीण लंबे समय से चीटियों से पीड़ित हैं और उन्होंने पिपिली वीडियो को इसकी जानकारी दी है।आशा कार्यकर्ता सविता दास ने बताया कि इसी तरह मरसलपुर के स्वास्थ्य अधिकारी को इस संबंध में सूचित कर दिया गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि जिला प्रशासन ग्रामीणों को जहरीली चींटियों से बचाने के लिए तत्काल कदम उठाए।
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