मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच रोज चौंकाने वाले बयानबाजी हो रही है। एक तरफ बागी गुट मजबूत हो रहा है, दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे ग्रुप की वजह से धमकी भरे बयान दिए जा रहे है। महाराष्ट् का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया हैं कोर्ट ने बागियों को राहत देते हुए उन्हें और उनके परिवार की सुरक्षा मुहैया कराने को कहा, साथ ही उद्धव सरकार और केंद्र सरकार से कुछ पहलुओं पर जवाब मांगा है। इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ज तलब किया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी भी शिवसेना में जारी खींचतान के बीच सक्रिय हो गई हैं, वहीं शिवसेना भाजपा के सक्रिय होने से काफी डरी हुई हैं।
राउत लगातार दे रहे धमकी
शिवसेना सांसद संजय राउत लगातार बागियों को धमका रहे है। राउत ने कहा, ‘उनके लिए 11 जुलाई तक वहां आराम करने के आदेश हैं। महाराष्ट्र में उनके लिए कोई काम नहीं है।’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह भी ‘वेट एंड वॉच’ कर रहे हैं।मालूम हो कि शिवसेना के बागी विधायकों छह दिनों से गुवाहाटी के एक होटल में है। कानूनी लड़ाई में उलझने के कारण 48 बागी विधायकों के इस लग्जरी होटल में और अधिक समय तक रुकने की संभावना है। ऐसे में बागी विधायक खुद को व्यस्त रखने के लिए शतरंज और लूडो खेल रहे हैं।
मजबूत हो रहा शिंदे गुट
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो शिवसेना के एक और विधायक एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल होने जा रहा है।विधायक का नाम अभी तक सामने नहीं आया है। वह गुवाहाटी में शिंदे कैंप का हिस्सा बन सकते हैं।
एक्शन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के प्रमुख सचिव संतोष कुमार ने बताया कि राज्यपाल ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर 22-24 जून तक राज्य सरकार द्वारा जारी सभी सरकारी प्रस्तावों (जीआर) और परिपत्रों की पूरी जानकारी मांगी है। जानकारी देने का निर्देश सत्ताधारी सहयोगी राकांपा और कांग्रेस द्वारा नियंत्रित विभागों द्वारा 22-24 जून तक विभिन्न विकास संबंधी कार्यों के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये की धनराशि जारी करने के सरकारी आदेश जारी करने के बाद आया है।
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