लखनऊ -बिजनेस डेस्क। देश में बढ़ती महंगाई को रोकने के लिए सरकार के साथ ही उद्याग जगत अहम कदम उठा रहे है। देश के सबसे बड़े खाद्य तेल उत्पादक, अडानी विल्मर ने अपने उपभोक्ताओं को लाभ देने के लिए खाद्य तेल की कीमतों में 10 रुपये की कटौती की है। अडानी विल्मर ने फॉर्च्यून रिफाइंड सूरजमुखी तेल के 1 – लीटर पैक के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) को 220 रु. से घटाकर 210 रु. कर दिया है और फॉर्च्यून सोयाबीन एवं फॉर्च्यून कच्ची घानी (सरसों का तेल) तेल के एक लीटर पैक के अधिकतम खुदरा मूल्य को 210 रु. से घटाकर 195 रु. कर दिया है। नई कीमतों वाले स्टॉक्स जल्द ही बाजार में पहुंच जाएंगे।
केंद्र सरकार द्वारा खाद्य तेलों पर आयात शुल्क को कम करके उन्हें सस्ता किए जाने के बाद तेल की कीमतों में भारी कमी आई है। “हम अपने ग्राहकों को कम लागत का लाभ दे रहे हैं, जो अब उच्चतम सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों के अनुरूप तैयार किए गए शुद्धतम खाद्य तेलों की उम्मीद कर सकते हैं जो उनकी जेब पर भी भारी न पड़े।
घरेलू मांग में वृद्धि
हमें विश्वास है कि कम कीमतें मांग को बढ़ावा भी देंगी” – अडानी विल्मर के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अंग्शु मल्लिक ने उक्त बातें कही। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 -22 के दौरान तिलहन के कम उत्पादन और उच्च विनिर्माण एवं लॉजिस्टिक्स लागत के कारण खाद्य तेलों के अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू मूल्यों में वृद्धि हुई। हालांकि, क्रूड और रिफाइंड खाद्य तेलों पर आयात शुल्क कम करने से कीमतें घटाने में मदद मिली है।
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