जन्म देने वाली और पालने वाली मां के बीच में फंसा मासूम, दोनों मां साथ रखना चाहती है, पिता की सदमें में मौत

315
Innocent trapped between mother who gives birth and foster mother, both mothers want to keep together, father dies in shock
मासूम समझ नहीं पा रहा है कि उसके लिए कौन सी मां सबसे ज्यादा अहम जन्म देने वाली मां के साथ या पाल पोसकर बड़ा करने वाली मां के साथ रहे

फिरोजाबाद। यूपी के फिरोजाबाद में भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी एक कहानी फिर चरितार्थ हो रही है।यहां एक मां मासूम दो मां के बीच फंसा हुआ हैं, मासूम समझ नहीं पा रहा है कि उसके लिए कौन सी मां सबसे ज्यादा अहम जन्म देने वाली मां के साथ या पाल पोसकर बड़ा करने वाली मां के साथ रहे, अब दोनों मां उसे साथ रखना चाहती है, मामला पुलिस तक पहुंच गया है।

इस कहानी का दर्द भरा पहलू यह भी हैं कि पांच साल पहले लापता हुए बेटे की तलाश में पिता की मौत हो गई। मां का रो—रोकर बुरा हाल था। मासूम को देवकी यशोदा बनकर पाल रही थी। इसका खुलासा उस समय हुआ जब बच्चे के बाबा उस गांव में पहुंचे, जहां उनका पोता खेल रहा था। उन्होंने नाती को पहचानते हुए पुलिस में शिकायत की और अब बेटा एक जन्म देने वाली और दूसरी पालने वाली मां के बीच में फंस गया है। पुलिस अब कानूनी प्रक्रिया करने के बाद बच्चे को सौंपने की बात कर रही है।

पांच साल पहले गांव चनारी निवासी रेनू अपने पांच साल के बेटे अतुल को लेकर सिरसागंज के कठफाेरी स्थित अपने मायके गई थी। 30 जून 2017 को अतुल घर के बाहर खेलते समय लापता हो गया था। उसके मामा अवनीश कुमार बघेल ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। बच्चे के बाबा रघुवीर सिंह किसी कार्य से जसराना क्षेत्र के नगला झाल गए थे, उसी दौरान देवकी पत्नी रामबहादुर के मकान के बाहर अतुल खेलता दिखाई दिया।

पोते को देखते ही पहचान गए दादा

अपने पोते को खेलता हुआ देखकर दादा की आंखें भर आईं। वह सीधे जसराना थाने पहुंचे, जहां पुलिस को अपने पोते के बारे में बताया। इंस्पेक्टर फतेहबहादुर सिंह भदौरिया मौके पर पहुंच गए और बच्चे को अपने पास खड़ा कर उससे पूछताछ की। इसके बाद रेनू व अन्य सदस्य भी पहुंच गए। बच्चे ने भी परिवार को पहचान लिया। इंस्पेक्टर को परिजनों ने बताया कि बच्चे के गम में पिता हाकिम की सिंह की ढाई वर्ष पूर्व मौत हो गई है। देवकी ने बताया है कि उसके पास कोई संतान नहीं है। बिहार की एक महिला ने यह बच्चा दिया था। इसके बाद वह उसे बेटे की तरह पाल रही थी। कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद बच्चा स्वजनों को सौंपा जाएगा।

दो मां के बीच फंसा अतुल

दस साल का अतुल सहमा सा हुआ है। एक तरफ देवकी है जिसे वह अब अपनी मां मान रहा था। वहीं दूसरी तरह रेनू जिसे उसने जन्म दिया और पांच साल तक पालन पोषण किया। थाने में बैठीं दोनों मां को बिलखता देख अतुल कुछ बोलने की स्थिति में नहीं था। वह दोनों के बीच काफी देर तक बैठा रहा। दोनों ही मां बच्चे को लेकर चिंतित नजर आ रही हैं। फिलहाल बच्चा पुलिस के पास है। उसे कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही किसी एक को सौंपा जाएगा।

इसे भी पढ़ें…

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here