बरेली मानसिक चिकित्सालय में काम करने वाले टेलर की हत्याकर पहचान छिपाने शव जलाया

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Killing Taylor, who worked in Bareilly Mental Hospital, burnt the dead body to hide his identity.
घटनास्थल से थोड़ी ही दूर कमरे के सामने उसकी बाइक खड़ी थी। बाइक के सामने वाले कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला है।

बरेली। यूपी के बरेली जिले से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। यहां मानसिक चिकित्सालय में एक टेलर को बांधने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। फिर शव को जला दिया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक के दायें कंधे सेे हाथ की ओर रस्सी बंधी थी। गले पर भी निशान थे। घटनास्थल से थोड़ी ही दूर कमरे के सामने उसकी बाइक खड़ी थी। बाइक के सामने वाले कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला है। शव के हुलिए को देखकर पुलिस यही अंदेशा जता रही है कि हत्या को खुदकुशी दिखाने के लिए यह कहानी गढ़ी गई है।

सुबह से नहीं उठ रहा था फोन

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक महेश चंद्र सीबीगंज के जौहरपुर गांव के रहने वाले थे। बेटे अखिलेश ने बताया कि मानसिक चिकित्सालय में पिता वार्ड ब्वाय के समकक्ष कर्मचारी थे। वह टेलरिंग का काम भी करते थे। सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक उनकी ड्यूटी अस्पताल में रहती थी। मंगलवार को भी वह रोज की तरह ड्यूटी आए। शाम सात बजे तक घर नहीं लौटे तो घरवालों को चिंता हुई। बेटी पूजा ने कई फोन किए, लेकिन महेश चंद्र का फोन नहीं उठा। इसके बाद पूजा ने चिकित्सालय में ही कर्मी चाचा सुनील को पिता के फोन न उठाने की जानकारी दी। सुनील तुरंत ही ड्यूटी रजिस्टर चेक किया। यहां से पता चला कि महेश चंद्र परिसर से बाहर नहीं निकले हैं।

बाहर से बंद था कमरा

जब महेश चंद्र की परिसर में खोजबीन शुरू हुई। सुनील चिकित्सालय के कर्मियों के साथ स्टोर रूम पहुंचे। वहां बाहर गेट बंद था। ताला खुलवाकर लोग अंदर दाखिल हुए तो परिसर के कमरा नंबर-4 के सामने महेश का शव अर्धनग्न व जली अवस्था में पड़ा था। उनके दायें कंधे से हाथ तक रस्सी बंधी थी। गले पर निशान थे। आस-पास जले के और निशान नहीं थे। ऐसे में प्रथमदृष्टया पुलिस यह मान रही है कि हत्या के बाद महेश का शव जलाया गया है। पुलिस हर बिंदुओं पर जांच में जुटी है। पीएम रिपोर्ट के बाद महेश की मौत से असल पर्दा उठेगा।

पूछताछ में महेश चंद्र के बेटे अखिलेश ने बताया कि घर पर कुछ काम चल रहा था। पिता को दोपहर में फोन किया लेकिन, उनका फोन नहीं उठा। फिर से कई फोन किये। फिर फोन नहीं उठा। यह पहली बार था। हर बार फोन उठता था लेकिन, यह लगा कि कही फंसे होंगे। इधर, शाम तक जब फोन नहीं उठा तो घर वालों को चिंता हुई जिसके बाद महेश की मौत की जानकारी सामने आई। महेश चंद्र के दो बेटे अखिलेश व उमेश हैं। तीन बेटियां है जिसमे दो की शादी हो चुकी है। तीसरे नंबर की बेटी पूजा अविवाहित है।

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