मंदिरों के सामने कुरान पढ़ने का बयान देने वाली सपा नेता रुबीना खानम की बढ़ी मुश्किलें, दर्ज हुई एफआईआर

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SP leader Rubina Khanum's statement of reading Quran in front of temples increased difficulties, FIR registered
यदि मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने की कोशिश हुई तो मुस्लिम महिलाएं मंदिरों के सामने बैठकर कुरान का पाठ करेंगी,

अलीगढ़। महाराष्ट्र से शुरू हुआ मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर उतरवाने का विवाद अब बढ़ता जा रहा है। हिन्दू संगठनों के बयान के बाद सपा नेता रुबीना खानम ने बयान दिया था कि मुस्लिम समुदाय को छेड़ने की कोशिश न की जाए, अगर तुमने हमारे धर्म में अड़ंगा लगाया तो हमने भी चूड़ियां नहीं पहनी हैं, अगर मस्जिदों से लाउस्पीकर उतारने की कोशिश की गई तो सैकड़ों महिलाएं विरोध प्रदर्शन करेंगी। यदि मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने की कोशिश हुई तो मुस्लिम महिलाएं मंदिरों के सामने बैठकर कुरान का पाठ करेंगी, हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण होगा, उनके इस बयान पर अलीगढ़ के सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कर ली है।

हनुमान चालीसा पढ़ने की दी गई थी चेतावनी

मालूम हो कि कई हिंदूवादी संगठनों ने लाउडस्पीकर उतरवाने की मांग करते हुए मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने की चेतावनी दे रहे हैं। दूसरी ओर अलीगढ़ की महिला सपा नेता रुबीना खानम ने भी इस मुद्दे को लेकर बयान दिया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय को छेड़ने की कोशिश न की जाए, अगर तुमने हमारे धर्म में अड़ंगा लगाया तो हमने भी चूड़ियां नहीं पहनी हैं, यदि मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारने की कोशिश हुई तो मुस्लिम महिलाएं मंदिरों के सामने बैठकर कुरान का पाठ करेंगी। सैकड़ों महिलाएं विरोध प्रदर्शन करेंगी लेकिन हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण होगा। इस बयान के बाद से अलीगढ़ पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया, सिविल लाइन थाने में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

औरों पर दर्ज क्यों नहीं किया मुकदमा

अपने उपर मुकदमा दर्ज होने के बाद रुबीना खान ने फिर बयान दिया है कि मेरे ऊपर मुकदमा बिल्कुल गलत दर्ज हुआ है। मेने कोई ऐसी बात नहीं बोली है कि जिससे किसी की भावना आहत हुईं हों, हर इंसान को अपनी बात रखने का हक है। इस देश में लोकतंत्र है, जब दूसरे लोगों ने इस तरह का बयान दिया कि लाउडस्पीकर नही उतारे गए तो हम मस्जिद के सामने बैठकर हनुमान चालीसा पड़ेंगे।

इतना ही नहीं बुलडोजर पर हनुमान चालीसा पढ़ा जाएगा, इन पर तो प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं की, गई और न ही उनसे जवाब तक मांगा, मैंने तो उनके जवाब में कहा था अगर आप ऐसा करेंगे तो हम मन्दिर के सामने बैठकर कुरान का पाठ करेंगे, मैने कोई गाली तो नहीं दी। लाउडस्पीकर उतरवाने का काम कोर्ट का है। अगर कोर्ट का फैसला आता है तो प्रशासन लाउडस्पीकर उतरवाने का काम करे,दूसरे संगठन यह कैसे कर सकते है।

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