लखनऊ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव की सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद सियासी पारा गर्म हो गया है। इस बीच चर्चा है कि बीजेपी के तरफ से उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया जा सकता है। वहीं, विधानसभा चुनाव में मिली हार बाद सपा के विधायक दल की बैठक में शिवपाल सिंह यादव के शामिल न होने से अटकलें काफी तेज हो गई हैं।
बता दें कि सपा की बैठक में नहीं बुलाने की बात को लेकर शिवपाल सिंह यादव ने खुलकर नाराजगी जताते हुए कहा था कि मैं 2 दिनों तक इंतजार करता रहा और मैंने अपने सारे कार्यक्रम कैंसिल कर दिए, लेकिन मुझे कोई फोन नहीं आया। मुझे विधायक दल की मीटिंग में नहीं बुलाया गया, जबकि मैं समाजवादी पार्टी का विधायक हूं। हालांकि समाजवादी पार्टी ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि उनको गठबंधन के दलों की बैठक में बुलाया गया है, जिस बैठक में वह ना आने की बात कह रहे हैं वह सिर्फ समाजवादी पार्टी के विधायकों की बैठक थी।
शिवपाल ने विधानसभा में अकेले लिया शपथ
सपा से नाराजगी के बाद शिवपाल सिंह यादव ने दिल्ली जाकर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। जिसके बाद वह अगले दिन लखनऊ पहुंचे और फिर समाजवादी पार्टी के विधायकों के साथ शपथ लेने के बजाए अगले दिन विधानसभा में अकेले शपथ ली। इसके बाद शिवपाल ने उसी दिन शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करीब 20 मिनट मुलाकात की। फिर मीडिया में सवाल उठने लगे कि क्या शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी छोड़ देंगे?
शिवपाल सिंह यादव को बीजेपी भेजेगी राज्यसभा !
योगी और शिवपाल की मुलाकात के बाद सवाल उठ रहे हैं कि उगर वह समाजवादी पार्टी छोड़ देंगे तो फिर कहा जाएंगे? ऐसे में बीजेपी के करीबी नेताओं से मुलाकात के बाद उन्हें बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं कुछ मीडिया संस्थानों के सूत्रों की माने तो, भाजपा उन्हें राज्यसभा में रिक्त हुई तीन सीटों में से एक सीट पर उम्मीदवार बना सकती है। इसके बाद वह इटावा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे सकते हैं। शिवपाल सिंह यादव के इस्तीफे से खाली होने वाली विधानसभा सीट पर उनके बेटे आदित्य यादव बीजेपी के तरफ से प्रत्याशी घोषित हो सकते हैं।
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