गुजरात:गोडसे को हीरो बताने वाले बच्चे को मिला फर्स्ट प्राइज, विवाद बढ़ने पर जिला खेल अधिकारी सस्पेंड

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गुजरात में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को हीरो बताने वाले बच्चे को फर्स्ट प्राइज देने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। मामला बढ़ने पर जिला खेल अधिकारी को संस्पेंड कर दिया गया है।

वलसाड (गुजरात)। गुजरात में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को हीरो बताने वाले बच्चे को फर्स्ट प्राइज देने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। मामला बढ़ने पर जिला खेल अधिकारी को संस्पेंड कर दिया गया है। वहीं सरकार की ओर से कहा गया है कि जांच के बाद जिम्मेदार व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर राष्ट्रपिता के ही राज्य गुजरात में विवाद खड़ा हो गया है। जानकारी के मुताबिक वलसाड के एक निजी स्कूल में वाद-विवाद कॉम्पिटिशन में बच्चों के लिए तय किए तीन सब्जेक्ट में से एक ‘माई आइडियल नाथूराम गोडसे’ रखा गया था।

बताया गया कि सोमवार को हुए इस कॉम्पिटिशन में फर्स्ट प्राइज जीतने वाले बच्चे ने इसी सब्जेक्ट पर बोलते हुए गांधी की बुराई की और गोडसे को आदर्श हीरो बताया। जिसको लेकर अब हंगामा बरपा हुआ है और कार्रवाई की मांग हो रही है। बताया गया​ कि इसमें भी एक चौंकाने वाली जानकारी यह सामने आई है,

कि कक्षा 5 से कक्षा 8 तक के 7 से 12 साल की उम्र वाले बच्चों के लिए इस सब्जेक्ट का चयन स्थानीय स्तर पर सरकारी अधिकारियों ने ही किया था। बताया जा रहा है कि हंगामा बढ़ने पर अब वलसाड की जिला खेल अधिकारी मीताबेन गवली को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं पूरे मामले पर राज्य के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने कहा है कि इस मामले में जांच के बाद जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

ये है पूरी कहानी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विवाद खड़ा होने पर कुसुम विद्यालय की संचालिका अर्चनाबेन देसाई ने बताया कि जिले में यह प्रतियोगिता बाल प्रतिभा शोध कार्यक्रम के तहत आयोजित हुई थी। कॉम्पिटिशन की पूरी प्लानिंग सरकारी जिला खेल कार्यालय ने ही तैयार की थी।

ऐसे में यह कह सकते हैं कि प्रतियोगिता के लिए हमारे स्कूल ने महज अपनी जगह दी और वलसाड के जिला खेल कार्यालय के आदेश का पालन किया। बताया गया कि कॉम्पिटिशन शुरू होने से पहले हमें इसके विषयों के बारे में नहीं बताया गया था।

अर्चनाबेन के मुताबिक स्कूल को आयोजन से महज 24 घंटे पहले ही कॉम्पिटिशन के बारे में जानकारी दी गई थी। बताया गया कि इसमे तीन सब्जेक्ट रखे गए थे, जिसमें ‘माई आइडियल नाथूराम गोडसे’ के अलावा ‘मुझे आकाश में उड़ते पक्षी पसंद हैं’ और तीसरा ‘वैज्ञानिक बनने के बाद भी अमेरिका न जाऊं’। इन्हीं तीनों सब्जेक्ट्स पर बच्चों ने अपने विचार रखे।

वलसाड कलेक्टर ने मामले से झाड़ा पलड़ा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस विवाद पर वलसाड की कलेक्टर क्षिप्रा अग्रे ने पूरे मसले पर हाथ खड़े कर दिए। उनके मुताबिक यह मामला खेल विभाग के तहत आता है, इसलिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ खेल विभाग ही कार्रवाई करेगा। उनके मुताबिक यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।

गौरतलब है कि बीते साल 15 नवंबर को जामनगर में नाथूराम गोडसे की प्रतिमा लगाने को लेकर भी बवाल खड़ा हो गया था। यहां जामनगर में हिंदू सेना द्वारा हनुमान आश्रम में गोडसे की एक मूर्ति लगाई गई थी। मामले में जब कांग्रेस के नेताओं को इसकी खबर लगी तो नगर अध्यक्ष व कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर प्रतिमा को तोड़ दिया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंदू सेना द्वारा बनाई गई गोडसे की प्रतिमा को कांग्रेस नेताओं द्वारा तोड़े जाने के बाद हिंदू सेना ने कांग्रेस के नगर अध्यक्ष और नगरसेवक धवल नंदा के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। जिसके बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने भी हिंदू सेना समेत कई लोगों पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। छह लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।

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