नई दिल्ली। देश में बढ़ते डिजिटल ट्रांजेक्शन के बीच साइबर फ्रॉड के मामलों में भी काफी तेजी आई है। आंकड़ों की माने तो बीते 5 बरसों में सिटिजन साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड (CCFF) के मामले 21 गुना से भी ऊपर चला गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार देश में सिटिजन साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड (CCFF) के मामले पिछले 5 सालों में 21 गुना से भी अधिक बढ़े हैं। बताया गया कि रकम के मामले में इस तरह के फ्रॉड करीब 300 फीसदी बढ़े हैं। वहीं वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान जहां बैंकों ने कार्ड/इंटरनेट धोखाधड़ी,
यानी ATM, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए ग्राहकों के साथ होने वाली धोखाधड़ी के 3223 मामले दर्ज किए थे, वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 69,410 तक पहुंच गई है। बताया गया कि रकम के लिहाज से देखें तो जहां 2016-17 में कुल 45.56 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी दर्ज की गई थी,
वहीं 2020-21 में यह बढ़कर 200 करोड़ रुपए से भी अधिक हो गई। बताया गया कि बैंक ग्राहकों के साथ साइबर फ्रॉड की अधिकतर शिकायतें प्राइवेट बैंकों से जुड़ी हैं।
मामलों के लिहाज से 2020-21 में साइबर फ्रॉड में टॉप 5 बैंक
बैंक फ्रॉड की राशि (करोड़ रु.)
कोटक महिंद्रा बैंक 64.20
एक्सिस बैंक 29.62
ICICI 25.74
SBI 12.60
अमेरिकन एक्सप्रेस 12.04
महाराष्ट्र में सबसे अधिक मामले
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैंक ग्राहकों के साथ साइबर फ्रॉड के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं। बताया गया कि 2016-17 के दौरान महाराष्ट्र में ग्राहकों के साथ कार्ड/इंटरनेट से जुड़े बैंकिंग फ्रॉड के 1,075 मामले दर्ज किए गए थे, जो 2020-21 में बढ़कर 26,522 हो गए हैं।
2020-21 में बैंक ग्राहकों के साथ फ्रॉड के मामले की यह है सूची
राज्य संख्या
महाराष्ट्र 26,522
दिल्ली NCR 7,774
तमिलनाडु 5,659
गुजरात 4,671
हरियाणा 5,605
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