मुंबई। मराठा नेता शरद पवार की पार्टी के कोटे से उद्धव ठाकरे की सरकार में गृह मंत्री बनाए गए Anil Deshmukh को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देशमुख की गिरफ्तारी से पहले अधिकारियों ने उनसे करीब आठ घंटे तक पूछताछ की, इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।Anil Deshmuk को मंगलवार सुबह कोर्ट में पेश करने के बाद ईडी रिमांड मांगेंगी ताकि उनसे रिश्वत और घुसखोरी के विषय में जानकारी हासिल कर सकें।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि एनसीपी नेता Anil Deshmukमामले से जुड़े सवालों का सही तरीके से जवाब नहीं दे रहे थे, इसलिए कस्टडी में लिया गया। देशमुख को मंगलवार सुबह स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। ईडी अदालत से Anil Deshmuk को हिरासत में रखने की अनुमति मांगेगी। मालूम हो कि देशमुख सोमवार को दोपहर करीब 11.40 बजे दक्षिण मुंबई के बेलार्ड एस्टेट स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचे। उसके बाद ईडी के सहायक निदेशक तासीन सुल्तान और उनकी टीम देशमुख से लगातार पूछताछ की।
रिश्वत और मनी लॉड्रिंग से जुड़ा मामला
आपकों बता दें कि महाराष्ट्र पुलिस में 100 करोड़ रुपये के कथित रिश्वत-सह-जबरन वसूली रैकेट में मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत Anil Deshmuk का बयान दर्ज किया गया है। ईडी ने मामले में देशमुख को पांच बार समन जारी किए, लेकिन वह एक बार भी वह एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए।
Anil Deshmuk ने खुद को बचाने के लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी संरक्षण की कोशिशें करते रहे और महीनों तक गायब रहे। बीते हफ्ते बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा ईडी के समन को रद्द करने से इनकार करने के बाद उनके पास जांच एजेंसी के सामने पेश होने के शिवाय कोई चारा नहीं बचा था, थक हारकर देशमुख आखिरकार ईडी के सामने पेश हुए।
पूर्व आयुक्त ने लगाए आरोप
मालूम हो कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने Anil Deshmuk पर मुंबई के जूनियर पुलिस अधिकारियों के जरिये पब, बार एवं रेस्टोरेंट से हर माह 100 करोड़ की वसूली का आदेश देने का आरोप लगाया था। इस मामले में हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच सौंपी है।
उसके बाद इस मामले में ईडी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। आपकों बता दें कि देशमुख के सहायक (पीए) कुंदन शिंदे और निजी सचिव (पीएस) संजीव पलांडे को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। आशंका थी कि देशमुख को भी गिरफ्तार किया जा सकता है, इसलिए वह बचने की लाख कोशिश करते रहे,लेकिन उनके सारे दांवपेंच फेल साबित हुए।
Anil Deshmuk खुद पहुंचे ईडी के दफ्तर
महीनों गायब रहने के बाद अनिल देशमुख सोमवार को अचानक सामने आए और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। ईडी दफ्तर पहुंचने से पहले देशमुख ने एक वीडियो जारी कर पूछा कि उन पर सौ करोड़ की वसूली का आरोप लगाने वाले मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह आखिर कहां हैं। ईडी दफ्तर में उनसे आठ घंटे से ज्यादा पूछताछ हुई।
Anil Deshmukने परमबीर सिंह पर भी लगाया आरोप
पूर्व गृहमंत्री ने जो वीडियो जारी किया है उसमें उन्होंने परमबीर सिंह की आलोचना करते हुए कहा, बेईमान व्यक्ति स्वयं भ्रष्टाचार के कई रैकेट में शामिल हैं। पुलिस आयुक्त का उच्च पद संभालने वाला प्रमुख व्यक्ति अब एक वांछित फरार अपराधी है। परमबीर सिंह ने ही देशमुख पर मुंबई के पब, बार एवं रेस्टोरेंट से हर माह 100 करोड़ वसूली का आरोप लगाया था। इसके बाद अप्रैल में देशमुख को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
Anil Deshmuk खुद को बताया पाक साफ
वहीं Anil Deshmuk ने पेशी से पूर्व कहा, कुछ निहित स्वार्थों द्वारा एक गलत कहानी, एक गलत धारणा बनाई जा रही है कि मैं प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने से बच रहा हूं। यह प्रचार निराधार है। मैंने बिना किसी डर या पक्षपात के केवल पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
मैं इस तरह के निष्पक्ष अधिकारियों के सामने पेश होने और मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों के झूठ को उजागर करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे उम्मीद है कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी निष्पक्ष तरीके से कार्य करेंगे और जांच में मेरे सहयोग के बारे में शंकाओं को भी दूर करेंगे।
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