ललितपुर में मृत किसानों के परिवार से मिलीं प्रियंका गांधी, परिजनों को दिया सहायता का आश्वासन

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Priyanka Gandhi met the family of the deceased farmers in Lalitpur, assured of assistance to the families
प्रियंका ने परिवार को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद का भरोसा भी दिया है। प्रियंका गांधी के इस दौरे पर आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य भी उनके साथ थे।

ललितपुर। बुंदेलखंड के ललीतपुर जिले में खाद न मिलने की वजह से परेशान दो किसानों की मौत के बाद दुखी परिवार से मिलने कांग्रेसं नेता प्रियंका गांधी आज सुबह ट्रेन से ललितपुर पहुंचीं। प्रियंका ने ​किसानों के परिवार वालों से मिलकर उनका हालचाल जाना और उनका दर्द साझा किया। प्रियंका ने पीड़ित परिवार से भेंट की फोटो भी ट्वीट कर साझा किया है। आपकों बता दें कि इस समय रबी की फसल की बोवनी होनी है और किसानों को समय से खाद नहीं मिल पा रही है।

शुक्रवार सुबह पहुंचीं प्रियंका

आपकों बता दें कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार रात लखनऊ से ट्रेन से चलकर शुक्रवार सुबह ललितपुर पहुंचीं और सीधे मृत किसान भोगी पाल के घर पहुंचीं, इस दौरान उन्होंने किसान के परिवार से बातचीत कर उनका हाल जाना। प्रियंका ने परिवार को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद का भरोसा भी दिया है। प्रियंका गांधी के इस दौरे पर आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य भी उनके साथ थे।

इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की कुव्यवस्था से उपजी खाद की कमी से लाइन में खड़े-खड़े किसानों की मृत्यु हो गई थी। खाद न मिलने से परेशान एक किसान ने तो आत्महत्या कर ली थी। सभी किसानों ने खेती के लिए भारी- भरकम कर्ज लिए थे और सरकार की नीतियों के चलते कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे थे। इस वजह से बुंदेलखंड से किसान पलायन करने को मजबू है।

तबीयत बिगड़ने से हुई थी मौत

ललितपुर जिले के जाखलौन थाना क्षेत्र के नया गांव निवासी किसान भोगी पाल की हाल ही में मौत हो गई थी। वह खाद की दुकान में अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। जुगपुरा में एक फर्टिलाइजर स्टोर के बाहर दो दिन से लाइन खड़े थे। इस दौरान दिल का दौरा पडऩे के कारण उनकी मौत हो गई। ललितपुर जिले में खाद का संकट है और पिछले दिनों ही किसानों ने वहां पर प्रदर्शन किया था।

खाद न मिलने पर​ किसान ने की थी खुदकुशी

इसी तरह ग्राम रोंधा में भी एक किसान ने खाद न मिलने के विरोध में सुसाइड करने की कोशिश की थी। किसान का आरोप था कि रोंधा सहकारी समिति पर किसानों को खाद नहीं मिल रही है और इससे कारण फसल को नुकसान हो रहा है। खाद न मिलने के कारण किसान श्यामलाल (50) फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी, लेकिन उसके साथ किसानों ने उसे बचा लिया। वहीं एक किसान की फांसी लगाने से मौत हो गई थी।

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