लखनऊ। वसुंधरा फाउंडेशन लखनऊ द्वारा आजादी की 75वी वर्षगांठ के महोत्सव पर साल भर होने वाले कार्यक्रमों की श्रंखला मे आज कोरबा मितान मंच के संयुक्त तत्वावधान में” भगत सिंह – एक दिव्य चरित्र” विषय पर आनलाइन गोष्ठी आयोजित की गई। संगीता श्रीवास्तव द्वारा सरस्वती वंदना के पश्चात कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए श्री राम किशोर ने अध्यक्षीय भाषण मे भगत सिंह जी के विचारों एवं स्वतंत्रता संग्राम मे उनके योगदान की चर्चा की। राकेश श्रीवास्तव,संयोजक, वसुन्धरा फाउण्डेशन ने कोरबा मितान को कदम से मिला के साथ चलने के लिए धन्यवाद दिया तथा वसुन्धरा फाउंडेशन की क्रमिक विकास यात्रा पर प्रकाश डाला।उन्होंने भगत सिंह की बौद्धिकता,उनकी विचारात्मक तथा क्रियात्मक ऊर्जा की चर्चा की। इसी श्रंखला मे 28 सितंबर को भगत सिंह की जयंती से 11 अक्टूबर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती तक पूरे पखवाड़े समाज को दिशा देने वाले कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
मंच अध्यक्ष श्री घनश्याम तिवारी जी ने इस सहयोग के लिए वसुंधरा फाउंडेशन और कोरबा मितान मंच को बधाई एवं शुभकामनाए देते हुए भगत सिंह के विचारों पर प्रकाश डाला।मुख्य वक्ता प्रसिध्द कवि, साहित्यकार और वैज्ञानिक पंकज प्रसून ने वसुंधरा फाउंडेशन के कार्यों की प्रशंसा की तथा शहीदे आजम भगत सिंह की स्मृति मे आयोजित कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने ओजस्वी संबोधन मे कहा कि सभी राजनीतिक दल भगत सिंह के नाम का इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ के लिए करते हैं पर उनके विचारों का प्रसार नही करते हैं।
उन्होंने वसुंधरा फाउंडेशन से ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करते रहने का आह्वान किया तथा अपने सक्रिय सहयोग का आश्वासन दिया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेशनल मूवमेंट फ्रंट के राष्ट्रीय संयोजक सौरभ बाजपेयी जी ने अपने सारगर्भित व्याख्यान मे स्वाधीनता संग्राम के वृहद परिपेक्ष मे भगत सिंह के योगदान और उनकी वैचारिकता को रेखांकित किया। प्रोफेसर बाजपेयी ने भगत सिंह की वैचारिक यात्रा पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के सभी प्रमुख नेता साम्प्रदायिक सौहार्द, गरीबों की पक्षधर शासन व्यवस्था और असहमति के अधिकार के साथ लोकतंत्र की व्यवस्था पर सहमत थे। वसुंधरा फाउंडेशन एवं कोरबा मितान मंच का आभार प्रकट करते हुए ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा। कार्यक्रम मे वरिष्ठ साहित्यकार महेन्द्र भीष्म की गरिमामय उपस्थिति विशेष रूप से उत्साहित करने वाली रही।
लखनऊ से ओ पी सिन्हा, वीरेंद्र त्रिपाठी, शेखर श्रीवास्तव, बाराबंकी से अवधेश कुमार शुक्ला, गोंडा से प्रेम चंद एवं कोरबा से राम रतन श्रीवास ने भी भगत सिंह को याद करते हुए अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम मे डा ममता श्रीवास्तवा (सरूनाथ) नोयडा से,सुपौल बिहार से पंचम भाई,बाराबंकी से उमेश कुमार सिंह,लखनऊ से बृजेश कुमार शुक्ला सहित अनेक विद्वत जन जुड़े। “वसुंधरा फाउंडेशन की सचिव मीनू श्रीवास्तव ने सभी का आभार प्रकट करते हुए श्री रमाकांत श्रीवास को सफल संयोजन और संचालन के लिए विशेष बधाई दी।