वाराणसी । बाबा भोले की नगरी में काशी में शनिवार देर रात हैरान करने वाली खबर सामने आई यहां ज्वेलर्स जीजा ने साले को सोने की चोरी के शक में इतना पीटा की अस्पताल में उसकी मौत हो गई। युवक की मौत के बाद उसके घर वालों ने जमकर बवाल किया।
यह दिल दहलाने वाली घटना वाराणसी के रेशम कटरा में शनिवार रात को हुई यहां सोना चोरी के आरोप में बहनोई की पिटाई से घायल साले की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। रिश्ते में लगने वाले बहनोई और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी। इस दौरान परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देर रात चौक थाने पर काफी हंगामा भी किया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनसार चौक थाना अंतर्गत ओंकालेश्वर निवासी अशरफ अली का पुत्र सलमान 19 वर्ष अपने बहनोई के ममेरे भाई करीम की रेशम कटरा स्थित आभूषण की दुकान में काम करता था। शनिवार रात जब करीम सोने का मिलान कर रहा था कि 300 ग्राम सोना कम मिला।
इसके बाद ज्वेलर्स ने सलमान से पूछताछ की, क्योंकि सोने की सफाई की जिम्मेदारी सलमान को दी गई थी। पूछताछ के दौरान सलमान ने सोने के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पाया उसने जवाब दिया कि उसे नहीं मालूम सोना कहा है। इसके बाद ज्वेलर्स करीम और उसके साथ दो अन्य साथियों ने सलमान की जमकर पिटाई की।जब सलमान की हालत खराब हो गई तो उसे इलाज के लिए मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा ले गए, जहां से जवाब मिलने पर बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर भिजवाया गया। इसी बीच रास्ते में ही सलमान ने दम तोड़ दिया। इसके बाद करीम और उसके साथियों ने सलमान के घर पर शव रख फरार हो गए।
आक्रोशित लोग थाने पहुंचे
बेटे की मौत के बाद से आक्रोशित पिता अशरफ अली सहित अन्य परिजन चौक थाने पर पहुंच करीम सहित अन्य साथियों की गिरफ्तारी की मांग करने के लिए हंगामा करने लगे। किसी तरह पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया। इस संबंध में इंस्पेक्टर चौक आशुतोष तिवारी ने बताया कि करीम सहित अन्य अज्ञात पर गैर इरादतन हत्या सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
पुलिस के अनुसार सलमान की मौत के बाद परिजन कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए शव की अंत्येष्टि करने जा रहे थे। इस दौरान अशरफ के अन्य रिश्तेदारों ने समझाया कि पुलिस को सूचना दिए बगैर यदि शव की अंत्येष्टि कर दी जाएगी तो करीम अपना सोना वापस मांगेगा। तब क्या करोगे। इस पर परिजन रात 12 बजे के बाद चौक थाने पहुंचे।
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