मऊ। यूपी में राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने ऐलान किया कि पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी। आईएमएआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने रविवार को कहा कि मुख्तार अंसारी अगर चाहें तो पार्टी उनका स्वागत करेगी। अगर वह मऊ से निर्दल चुनाव भी लड़ते हैं तो पार्टी उनके समर्थन में रहेगी। एआईएमआईएम उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी।
मालूम हो कि शौकत अली रविवार को पार्टी के जिलाध्यक्ष के जेल से छूटने के बाद उनसे मिलने मऊ पहुंचे थे। आईएमएआईएम के जिला अध्यक्ष आसिफ चंदन 18 महीने बाद जेल से बाहर आए हैं। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बहुजन समाज पार्टी ने मुख्तार अंसारी और उनके परिवार के साथ धोखा किया है।मुसलमानों के साथ सेक्यूलर पार्टियों ने हमेशा धोखा ही किया है। किसी की हुकूमत रही हो, मुसलमान जुल्म का शिकार हुआ है। कहा कि मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश की किसी भी सीट से चुनाव लड़ना चाहेंगे तो उनकी पार्टी स्वागत करेगी।
मुख्तार के बहाने पूर्वांचल को साधने की तैयारी
आपकों बता दें कि पूर्वांचल के कई जिलों में अंसारी परिवार की अच्छी पकड़ है, कई सीटों पर जीत हार उनका परिवार तय करता है। इस बार उनके परिवार से सपा-बसपा दूरी बनाकर चल रही है, क्योंकि मुख्तार अंसारी इस समय कई मामलों में जेल की सजा काट रहे है। कुछ दिन पहले ही बसपा प्रमुख मायावती ने मुख्तार अंसारी की जगह मऊ सदर विधानसभा से बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को अपना प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद मुख्तार पर एआईएमआईएम ने डोरे डालना शुरु कर दिया है।
मऊ सदर से पांच बार जीते है अंसारी
मालूम हो कि माफिया अंसारी का मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र में अच्छी खासी पकड़ है, इसकी का नतीता हैं कि यहां से 1996, 2002,2007,2012, 2017 में जीत कर विधानसभा पहुंच चुका है। इसमें दो बार बसपा के टिकट पर और तीन बार निर्दली चुनाव जीता है। ऐसे में अब बसपा से टिकट न मिलने के बाद एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने मुख्तार को खुला निमंत्रण देते हुए कहा है कि मुख्तार अंसारी जिस विधानसभा से चाहें टिकट लेकर चुनाव लड़ सकते हैं।
ऐसे में सियासी जानकारों की मानें तो एआईएमआईएम कहीं न कहीं मुख्तार अंसारी के बहाने पूर्वांचल में पकड़ मजबूत करने की कोशिश में जुटे है। मालूम हो कि मुख्तार अंसारी के बड़े भाई पूर्व विधायक शिगबतुल्ला अंसारी सपा में शामिल हो गए हैं। जबकि एक और बड़े भाई अफजाल अंसारी अभी बसपा के टिकट पर जीत कर सांसद हैं।
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