कर्नाटक। बीजेपी हाईकमान इस समय एक अलग रणनीति के तहत उन प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को बदल रही है। जहां चुनाव होने वाले है और मुख्यमंत्री के चेहरे की वजह से पार्टी को नुकसान हो रहा है। इस क्रम में सबसे पहले उत्तराखंड में बदलाव हुए वहां थोड़े दिन के अंतराल में दो बदलाव किए गए।इसके बाद यूपी में योगी को बदलने की कोशिश की गई, लेकिन योगी की मजबूत छवि और काम के बल पर हाईकमान को पैर पीछे खींचने पड़े। अब ताजा बदलाव कर्नाटक में हुआ। कर्नाटक में भाजपा की पहचान की पहचान की छवि रखने वाले बीएस येदियुरप्पा को ना नुकूर के बाद भी इस्तीफा देने। निर्वतमान मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद अब नए चेहरे की तलाश जारी है जो बीएस येदियुरप्पा की तरह कर्नाटक की राजनीति में धमक रखता हो,आपकों बता दें कि कर्नाटक की भाजपा सरकार के दो साल आज ही पूरे हुए हैं। ऐसे में हर किसी की नजर इस बात पर है कि अब भाजपा राज्य की कमान किसे सौंपेगी। वहीं नई दिल्ली में कर्नाटक के नए सीएम को लेकर बैठक हो रही है, जिसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की रेस में प्रह्लाद जोशी, बीएल संतोष, लक्ष्मण सवदी और मुरुगेश निरानी का नाम शामिल है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा जल्द ही कर्नाटक में पर्यवेक्षण भेजेगी। नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने तक बीएस येदियुरप्पा कार्यवाहक सीएम बने रहेंगे। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का एलान करते हुए येदियुरप्पा ने कहा, उन्हें कर्नाटक के लोगों के लिए अभी बहुत काम करना है। हम सभी को मेहनत के साथ काम करना चाहिए। येदियुरप्पा ने भावुक स्वर में कहा, “मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं जल्द ही राज्यपाल से मुलाकात करूंगा। भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरे हैं। उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने मुझे केंद्र में मंत्री बनने के लिए कहा, लेकिन मैंने कहा कि मैं कर्नाटक में रहूंगा।
कर्नाटक का अगला सीएम कौन
बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के एलान के बाद दिल्ली में हलचल तेज हो गई है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कर्नाटक के भाजपा प्रभारी अरुण सिंह और गृह मंत्री अमित शाह नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा कर रहे हैं। इस बीच येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के तौर पर केंद्रीय कोयला, खनन व संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री लक्ष्मण सवदी, संगठन महासचिव बीएल संतोष और प्रदेश सरकार में खनन मंत्री व उद्योगपति एमआर निरानी का नाम आगे चल रहा है। हालांकि, जोशी ने कहा कि उनसे इस बारे में अभी तक शीर्ष नेतृत्व ने कोई बात नहीं हुई है जबकि निरानी का कहना है कि पार्टी जो भी आदेश देगी, वह उसका पालन करेंगे।
आपकों बता देें कि कर्नाटक की राजनीति में बीएस येदियुरप्पा एक बड़ा चेहरा थे, एक समय उन्हें भाजपा का पर्याय माना जाता थाा।अपने संघर्ष् को याद करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि शिमोगा के शिकारीपुरा में कुछ ही भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मैंने पार्टी को खड़ा किया था। मैंने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा ही अग्निपरीक्षा दी है।’ आपको बता दें कि दक्षिण भारत में पहली बार कमल खिलाने का श्रेय बीएस येदियुरप्पा को ही जाता है। उन्होंने इस्तीफे के बाद कहा,’मेरा यह सपना था कि भाजपा एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की लीडरशिप में सत्ता में आए, जो पूरा हो गया है।