पुलवामा। जम्मू कश्मीर को आंतकियों के पंजे से मुक्त करने के लिए भारतीय सुरक्षा बल के जवान लगातार अभियान छेड़े हुए है। इस माह जुलाई में अब तक 14 दिन में 12 आंतकियों को मार गिराया। मंगवार देर रात को सुरक्षा बलों को पुलवामा आतंकियों के होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही सुरक्षा बल आंतकियों को ठिकाने लगाने के लिए निकल पड़े। बताए गए स्थान की घेराबंदी कर दी। सुरक्षा बलों से अपने को घिरा देखकर आंतकी सुरक्षा बलों पर फायरिंग करने लगे। लेकिन सेना के जवानों ने बिना किसी नुकसान के तीन आंतकियों को मार गिराया। मारे गए आंतकियों में एक पाकिस्तानी लश्कर कमांडर एजाज उर्फ अबु हुरैरा भी शामिल है, बाकी दो स्थानीय आतंकी हैं। मुठभेड़ खत्म होने के बाद सेना के जवानों ने मौके से आंतकियों के हथियार बरामद करते हुए उनके शवों को भी कब्जे में ले लिया गया है।
आपकों बता दें कि जुलाई माह के 14 दिनों में जम्मू-कश्मीर में 12 आतंकियों को मार गिराया गया है। सबसे पहले 2 जुलाई को पुलवामा में ही सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 5 आतंकियों को मार गिराया था। इसके बाद राजौरी में 8 जुलाई को 2 पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर किया गया। इस ऑपरेशन में एक जूनियर कमीशन ऑफिसर समेत दो सैनिक शहीद हो गए थे। बाद में 12 जुलाई को राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में दादल के जंगलों में सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था।
एक दिन पहले दक्षिण कश्मीर में आतंकियों ने रेलवे ट्रैक को फिर से उड़ाने की साजिश रची है। सुरक्षाबलों को दामजन, काजीगुंड में एक आइईडी को समय रहते बरामद कर एक बड़ी आतंकी वारदात को नाकाम बना दिया। इसे रेलवे ट्रैक के पास चिनार के पेड़ के नीचे छिपाया गया था।मंगलवार की शाम को पुलिस व केंद्रीय अर्धसैनिकबल के जवानों का एक संयुक्त कार्यदल ने दामजन, काजीगुंड में रेलवे ट्रैक के पास नियमित गश्त पर था। जवानों ने ट्रैक के पास एक जगह आइईडी को लगा हुआ देखा। उन्होंने उसी समय बम निरोधक दस्ते को सूचित किया। बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर आइईडी को अपने कब्जे मे लिया और उसे सुरक्षित तरीके से नकारा बना दिया।
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