लखनऊ। यूपी पुलिस ने बुधवार रात माफिया मुख्तार अंसारी के लिए काम करने वाले दो शार्प शूटर अलीशेर और उसके साथी कामरान को मार गिराया। यह मुठभेड़ राजधान के मड़ियाव इलाके में आईआईएम रोड पर घैला के पास हुई।
बुधवार रात को एसटीएफ और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चलीं। इसमें एक लाख का इनामी बदमाश अलीशेर और उसका साथी कामरान मारे गए। आपकों बता दें कि कामरान 25 हजार का इनामी था। पुलिस के अनुसार दोनों बीते दिनों रांची में भाजपा एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष जीतराम मुंडा की हत्या में आरोपित था। रांची पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। एएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि बदमाशों के पास से एक कार्बाइन, दो पिस्टल, एक देसी तमंचा, एक बाइक और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं।
चलाई थी ताबड़तोड़ गोलियां
आपकों बता दें कि अलीशेर ने बीते दिनों रांची में भाजपा के एसटी मोर्चा के जिलाध्यक्ष मांझी के पालू चौराहे पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर उन्हें मार दिया था। घायल भाजपा नेता को मेदांता ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
बताया जा रहा है कि अलीशेर और कामरान दोनों पहले मुख्तार अंसारी के शूटर थे। अब कुख्यात अपराधी अमन के साथ काम कर रहे थे। अमन इन दिनों रांची जेल में बंद है। दोनों अमन गैंग के शार्प शूटर हैं। अमन जेल से ही अपना नेटवर्क चला रहा है। अमन के इशारे पर यह फिरौती, अपहरण और हत्याएं करने लगे। कामरान आजमगढ़ का रहने वाला था।
पुराने लखनऊ ली थी सुपारी
इस एंकाउंटर के बारे में एएसपी विशाल विक्रम सिंह के बताया कि सूचना मिली थी कि दोनों पुराने लखनऊ में एक बड़े व्यवसायी की हत्या करने आए थे। व्यवसायी की हत्या की सुपारी ली थी। सूचना मिलते ही आलाधिकारियों के निर्देश पर टीम पहुंची। घैला के पास दोनों की लोकेशन मिली। दोनों को संदिग्ध समझकर रुकने के लिए कहा गया। इस बीच दोनों ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। घेराबंदी कर दोनों को घेर लिया गया। टीम ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। मुठभेड़ में अलीशेर और कामरान घायल हो गया। दोनों को अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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