लखनऊ। यूपी का मैदान चुनावी लड़ाई के लिए तैयार हो रहा है। अभी तक नेता चुनावी रणनीति के तहत गोटियां बिछा रहे थे, अब वाकयुद्ध शुरू हुआ हैै। और यह वाक्य युद्ध मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बीच शुरू हुआ है। एक जनसभा के दौरान सीएम योगी ने कहा कि पिछड़े साढ़े चार साल में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ है क्योंकि हमने पहले ही दिन संदेश दे दिया था कि दंगा करने वालों की सात पीढ़ियां उनकी हरकतों की भरपाई करती रहेंगी।
मुख्यमंत्री योगी के बयान पर पलटवार करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी के विकास के लिए भाजपा को हटाना जरूरी हो गया है। प्रदेश को योगी नहीं योग्य सरकार चाहिए।मालूम को कि अखिलेश रविवार को मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि 2017 के पहले प्रदेश की पहचान दंगों से होती थी विकास सिर्फ एक ही परिवार का हो रहा था पर अब प्रदेश तरक्की के रास्ते पर बढ़ रहा है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में पिछले साढ़े चार साल में एक भी दंगा नहीं हुआ है। पहले प्रदेश की पहचान ही दंगा थी क्योंकि सरकारें दंगाइयों को प्रश्रय देती थीं। दंगों से प्रदेश की जनता प्रताड़ित थी, झूठे मुकदमे दर्ज होते थे। जो मूर्ति बनाता था, उसकी मूर्ति नहीं बिकती थी, जो दिया बनाता था उसके दिये तोड़ दिए जाते थे। उसके बाद पर्व-त्यौहार को अंधेरे में धकेल दिया जाता था लेकिन आपने विगत साढ़े चार वर्षों में देखा होगा कि उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ।
भाजपा सरकार ने दिया सख्त संदेश
सीएम योगी ने कहा कि भाजपा की सरकार ने दंगाइयों को पहले दिन से ही संदेश दे दिया गया था कि अगर दंगा करोगे तो अगली सात पीढ़ियों का पट्टा लिखकर के जाना जो भरपाई करते रहेंगे। अब दंगा नहीं हो सकता प्रदेश में, प्रदेश में पर्व-त्यौहार खुशी से मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी रविवार को लखनऊ में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में बोल रहे थे।
पहले सरकार में जो थे उन्हें स्वयं और स्वयं के परिवार के अलावा समाज और राष्ट्र के बारे में कोई चिंता थी ही नहीं। यही कारण रहा कि प्रदेश पिछड़ता गया। बदहाली होती गई, बेरोजगारी बढ़ती गई, दंगों की आग में प्रदेश को झोंक दिया गया और अब जब प्रदेश विकास के रास्ते पर बढ़ रहा है तो उन्हें ये पसंद नहीं आ रहा है।
इसके साथ ही योगी ने कहा कि पर्व-त्यौहार आते थे, व्यापार का समय होता था, तब प्रदेश में कर्फ्यू लग जाता था पर अब प्रदेश में कानून का राज है और प्रदेश तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
बसपा नेताओं ने थामा सपा का हाथ
आपकों बता दें कि रविवार को बसपा के कई बड़े नेता सपा में शामिल हो गए। पार्टी के पूर्व विधायक व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा, पूर्व सांसद कादिर राणा ने समर्थकों के साथ सपा का दामन थाम लिया। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर हरि किशोर तिवारी सपा में शामिल हो गए। इस अवसर पर अखिलेश यादव ने वादा किया कि सपा की सरकार बनने पर कर्मचारियों की हर समस्या का समाधान किया जाएगा। कर्मचारियों की सेहत एवं सुरक्षा को लेकर कई फैसले लिए जाएंगे।
अखिलेश ने सरकार पर बोला हमला
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में खाद से लेकर तेल तक के दाम बढ़ गए हैं जिसकी मार हर वर्ग पर पड़ रही है। भारत कुपोषण का शिकार हो रहा है। आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है? उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार के दौरान राहत पैकेट में घी, दूध और बच्चों के लिए फल तक का इंतजाम किया गया था लेकिन भाजपा सरकार ने इसे बंद कर दिया।अखिलेश ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों पर लगातार हमला कर रही है। हक की मांग करने वालों को कुचला जा रहा है। यूपी में योग्य सरकार चाहिए ना कि योगी सरकार।