कानपुर। सरकार इन दिनों कर चोरी करने वालों से सख्ती निपट रहीं है। जीएसटी की नजर में कानपुर के कई बड़े कारोबारी है। जिन पर बारी—बारी से कार्रवाई हो रही है। इसी क्रम में महानिदेशक जीएसटी इंटेलीजेंस की टीम कानपुर के दो बड़े कारोबारियों पर पिछले दो माह में छापे मार चुकी है। इनके पास से कई सौ करोड़ रुपये की कर अपवंचना मिली है। अब महानिदेशालय जीएसटी इंटेलीजेंस की टीम ने तंबाकू कारोबार निशाना साधा है।
इस बार तंबाकू कारोबारी विश्वजीत वर्मा के यहां छाप मार कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनके कारोबार में अब तक की जांच में अधिकारियों को 18 करोड़ रुपये की कर अपवंचना मिल चुकी है। इसके अलावा 1.23 करोड़ रुपये की नकदी भी उनके घर से मिली है। अधिकारियों ने रात को ही कारोबारी को कोर्ट में पेश किया वहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
महानिदेशालय जीएसटी इंटेलीजेंस की टीम कानपुर के दो बड़े कारोबारियों पर पिछले दो माह में छापे मार चुकी है। इनके पास से अधिकारियों को कई सौ करोड़ रुपये की कर अपवंचना मिली है। अब महानिदेशालय जीएसटी इंटेलीजेंस की टीम ने तंबाकू कारोबार निशाना साधा है। शुक्रवार दोपहर प्रधान एडीजी महानिदेशक आलोक चोपड़ा के निर्देश पर संयुक्त निदेशक मानसी त्रिवेदी, विवेचनाधिकारी बृजेश त्रिपाठी, वरिष्ठ विवेचनाधिकारी राहुल शर्मा उनके साथियों ने यह कार्रवाई की है।
शुक्रवार की जांच में ही निकल आया कि कंपनी ने 18 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी की है। इसके अलावा टीम को उनके घर से 1.23 करोड़ रुपये की नकदी भी मिली। इस पर गीता नगर निवासी कंपनी के मालिक को लेकर टीम रिमांड मजिस्ट्रेट के यहां पहुंची और उन्हें अदालत में पेश किया। अधिकारियों के मुताबिक जांच अभी चल रही है और कर अपवंचना की राशि 18 करोड़ रुपये से बढ़कर 35 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। आपकों बता दें कि लखनऊ के निर्देश पर क्षेत्रीय यूनिट यह कार्रवाई कर रही है। इसमें विभाग के अभियोजन अधिकारी अधिवक्ता अंबरीश टंडन हैं। मसाला कारोबारी के यहां कार्रवाई से अन्य व्यापारियों के हड़कंप मचा हुआ है।
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