बिजनेस डेस्क।मनीबॉक्स फाइनैंस, जो लघु-उद्यमों को व्यवसाय के लिए छोटे ऋण उपलब्ध कराती है, ने वित्तीय वर्ष 24 में रु 9.14 करोड़ का मुनाफ़ा दर्ज करते हुए वित्तीय वर्ष 23 की तुलना में मजबूत टर्नअराउण्ड हासिल किया है, जब कंपनी ने रु 6.80 करोड़ का घाटा दर्ज किया था।
शाखा विस्तार, उच्च उत्पादकता और ऋण साझेदारियों में विकास के चलते मनीबॉक्स का एयूएम 112 फीसदी की उल्लेखनीय बढ़ोतरी के साथ 31 मार्च 2024 को रु 730 करोड़ तक पहुंच गया। कंपनी को जाने-माने बैंकों जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिन्द्रा बैंक सहित 32 ऋणदाताओं का समर्थन प्राप्त है और विकास योजनाओं को समर्थन प्रदान करने के लिए यह पूंजी की मजबूत स्थिति में है।
100 शाखाओं का संचालन
कंपनी ने मार्च 24 में 8 राज्यों में 100 शाखाओं तक अपने संचालन का विस्तार किया, जबकि पिछले साल 6 राज्यों में कंपनी की 61 शाखाएं थीं। गुजरात और बिहार राज्यों में प्रवेश के साथ वित्तीय वर्ष के दौरान भोगौलिक एवं उत्पाद विविधीकरण में भी विस्तार हुआ है। इसी तरह एयूएम में सुरक्षित ऋण का योगदान जो वित्तीय वर्ष 23 के अंत में 5 फीसदी था, वह वित्तीय वर्ष 24 के अंत तक बढ़कर 24 फीसदी हो गया है।
शाखा विस्तार, उच्च उत्पादकता और ऋण साझेदारियों में विकास के चलते एयूएम पिछले साल की तुलना में 112 फीसदी बढ़कर 31 मार्च 24 को रु 730 करोड़ के आंकड़े पर पहुंच गया। वहीं वित्तीय वर्ष 24 के दौरान रु 665 करोड़ का वितरण किया गया, जो पिछले साल की तुलना में 95 फीसदी अधिक रहा।
आय में 154 फीसदी वृद्धि
एयूएम में मजबूत विकास के चलते वित्तीय वर्ष 24 में कुल आय 154 फीसदी बढ़कर रु 128 करोड़ तक पहुंच गई, जो वित्तीय वर्ष 23 में रु 50.4 करोड़ थी। वित्तीय वर्ष 24 में कर के बाद मुनाफ़ा रु 9.14 करोड़ रहा, जबकि वित्तीय वर्ष 23 में कंपनी ने रु 6.80 करोड़ का घाटा दर्ज किया था।प्रमुख बैंकों एवं एनबीएफसी के साथ जुड़ने तथा प्र्रतिभूतिकरण एवं एनसीडी जारी किए जाने के माध्यम से ऋण वितरण के साथ, कंपनी ने अपने वित्तपोषण के स्रोतों का विविधीकरण किया है और अपनी उधार की लागत को कम कर लिया है (वृद्धिशील उधार की लागत वित्तीय वर्ष 24 की दूसरी छमाही में 13.0 फीसदी रही)। कंपनी को अब तक 10 अग्रणी बैंकों सहित 32 ऋणदाताओं का समर्थन प्राप्त हो चुका है।
इसे भी पढ़ें..