आगरा। यूपी के आगरा में रेस्तरां संचालक के भाई गुलफाम की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। आरोपी हत्या की वारदात को सांप्रदायिक रंग देने के बाद वीडियो बनाकर हत्या को पहलगाम का बदला से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल किया। पुलिस ने तत्परता से इस केसा को साल्व करके प्रदेश के माहौल को बिगड़ने से बचा लिया।
यह बताया था आरोपियों ने
आरोपियों ने वीडियो में कहा हम गोरक्षा दल के सदस्य हैं। दो को मार दिया है। यह पहलगाम का बदला है। 26 का बदला 26 हजार से लिया जाएगा। इस वीडियो को आरोपियों ने सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था। आरोपियों ने लेन-देन के विवाद को दूसरा रूप देने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस की तत्परता से माहौल बिगड़ने से बच गया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि वीडियो मलपुरा के गांव नगला भूरिया निवासी मनोज चौधरी उर्फ मनोज चाहर की आईडी से पोस्ट किया गया था। वीडियो में हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला युवक ताजगंज के गांव करभना निवासी पुष्पेंद्र बघेल था। उसके बराबर में खड़ा युवक गांव करभना निवासी शिवम बघेल था।
क्षत्रिय गौरक्षा दल का लिया नाम
पुष्पेंद्र बघेल ने हत्या के बाद वीडियो बनाया। इसमें क्षत्रिय गौरक्षा दल का नाम लिया था। पिछले दिनों क्षत्रिय करणी सेना ने प्रदर्शन किया था। शहर में बवाल भी हुआ था। पुलिस का ध्यान भटकाने और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के लिए घटना को पहलगाम से जोड़ने का प्रयास किया था। वीडियो के बाद पुलिस ने ताजगंज क्षेत्र में गश्त की थी।पुलिस सोशल साइट की भी जांच कर रही है। जिन लोगों ने टिप्पणी की, उनके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी हुई तो कोई भी क्षत्रिय नहीं निकला। न ही किसी दल से जुड़े हुए निकले। आरोपी दूध विक्रेता है। रेस्तरां पर आना जाना था। बिरयानी के रुपयों को लेकर विवाद में गोली मारने की योजना बनाई गई थी। पुलिस ने उनके वीडियो के वायरल होने पर प्रतिक्रिया नहीं देने की अपील की थी।
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