मुरैना। मुरैना एसपी आफिस में जनसुनवाई के दौरान अधिकारियों समेत अन्य उस समय हतप्रभ रह गए, जब एक दिव्यांग फूट- फूटकर रोने लगा कि उसकी पत्नी को उसका सगा भतीजा भगा ले गया, वहीं खेत पर उसके भाई ने कब्जा कर लिया। वहीं जब वह पुलिस की मदद लेने कोतवाली थाने में गया तो वहां उसकी सुनवाई नहीं की गई। चारों तरफ से निराश दिव्यांग को जब कोई सहारा नहीं दिखा तो वह मंगलवार को एसपी की जनसुनवाई में पहुंचा और अपनी व्यथा बताई।
तहसीलदार सिंह पुत्र पूरन सिंह सिकरवार, शहर के गोपालपुरा में रहता है। दोनों पैरों से दिव्यांग है, जिससे वह सही तरीके से चल नहीं पाता है। उसकी शादी 2 अप्रैल 2011 में हुई थी। शादी के बाद वह पत्नी रीता के साथ हंसी-खुशी से जीवन व्यतीत कर रहा था। उसके साथ उसी मकान में उसके भाई व माता-पिता भी रहते थे। शादी के बाद उसके एक लड़की हुई।
जेवर लेकर गायब हो गई पत्नी
तहसीलदार सिंह ने बताया कि एक दिन जब वह मजदूरी करने घर से बाहर गया हुआ था, लौटकर आया तो देखा कि उसकी पत्नी और बच्ची गायब है तथा घर में ताला लटका हुआ है। ताला तोड़कर देखा तो उसके घर में रखे 10 तोले सोने के जेवर लेकर उसकी पत्नी भाग गई थी। उसने अपने भाई खिल्लो सिकरवार से पूछा तो उसने बताया कि उसकी पत्नी मायके की कहकर गई है। जब उसने अपनी पत्नी के मायके में फोन लगाकर पूछा तो सास-ससुर ने बताया कि उनकी बेटी यहां तो नहीं आई। इसके बाद वह कुछ दिनों तक यहां-वहां रिश्तेदारी में जाकर उसका पता लगाता रहा, लेकिन वह कहीं नहीं मिली। उसने देखा कि उसके बड़े भाई खिल्लों का बेटा शिवम घर से गायब है तो उसने अपने भाई से कहा कि शिवम कहां है। इस पर उसका भाई बोला कि वह तो नौकरी करने गया है।
सोशल मीडिया ने खोला राज
एक दिन तहसीलदार सिंह अपने मोबाइल पर फेसबुक देखा रहा था, उसी दौरान उसने अपनी पत्नी को अपने भतीजे शिवम के साथ अशोभनीय स्थिति में देखा। इस पर उसे विश्वास हो गया किस उका भतीजा ही अपनी सगी चाची अर्थात उसकी पत्नी को भगाकर ले गया है। इस पर उसने अपने भतीजे शिवम को फोन लगाकर कहा कि तुम उसकी पत्नी को बहला-फुसलाकर क्यों ले गए, इस पर शिवम ने उसको फोन पर जमकर गालियां दीं। पीड़ित ने अब एसपी से उचित कार्रवाई की मांग की।
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