गाजियाबाद। नवरात्र के दिन लोगों ने व्रत में कुटटू के आटे का सेवन किया, इस वजह से सैकड़ो लोग बीमार हो गए। लोगों को चक्कर और उल्टी होने की शिकायत हुई। परिजनों ने बीमारों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। सभी लोगों ने अलग-अलग दुकानों से आटा खरीदा था। माना जा रहा है कि ये दूषित आटा किसी एक ही फैक्ट्री में तैयार हुआ, जहां से इसकी सप्लाई विभिन्न दुकानों को हुई होगी। फिलहाल अस्पतालों में सभी का इलाज जारी है। वहीं खाद्य विभाग इन दुकानों से कुट्टू के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज रहा है।
चार अस्पतालों में इलाज जारी
बुधवार रात करीब 11 बजे सबसे पहले कुट्टू का आटा खाने से तबियत बिगड़ने की सूचना गांव डबाना से आई। यहां के कुछ लोग मोदीनगर के अस्पताल में लाए गए। इसके बाद तो पूरी रात मरीज अस्पतालों में पहुंचते रहे। डबाना के अलावा सौंदा, शेरपुर, पतला, डबाना, उजैड़ा और नगला गांव के लोग बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचने शुरू हो गए। इसके अलावा मोदीनगर कस्बे की हरमुखपुरी और जगतपुरी कॉलोनी में भी लोग बीमार होने शुरू हो गए। मोदीनगर के तीन और मुरादनगर के एक अस्पताल में गुरुवार सुबह तक करीब 80 लोग भर्ती हैं। कुछ लोगों को डॉक्टरों ने प्रारंभिक ट्रीटमेंट देकर घरों को भेज दिया है।
कुट्टू के सैंपल लिए, फैक्ट्री का पता नहीं
वहीं इस मामले की जानकारी होते ही एसडीएम शुभांगी शुक्ला रात में ही अस्पतालों में पहुंचीं। उन्होंने सीएमओ को फोन करके बेहतर चिकित्सा व्यवस्थाएं देने के लिए कहा। इसके बाद डॉक्टरों की टीम रातभर इलाज में जुटी रही। ज्यादातर मरीजों का कहना था कि उन्हें कुट्टू खाने के कुछ देर बाद चक्कर आए। फिर उल्टियां होने लगी और इसके बाद लगातार हालत बिगड़ती चली गई। ज्यादातर लोगों को यही समस्या है। लोगों ने अधिकारियों को बताया कि उन्होंने अलग-अलग दुकानों से कुट्टू का आटा खरीदा था।
एसडीएम ने बताया कि फिलहाल सभी लोगों की हालत स्थिर है। कोई गंभीर नहीं है। कुट्टू के आटे का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है। पता कराया जा रहा है कि दुकानदारों ने कहां से ये आटा खरीदा था। फैक्ट्री का पता लगाकर वहां भी कार्रवाई की जाएगी। मरीज भावना शर्मा ने बताया, कुट्टू की तीन पकौड़ी ही खाई थीं। अचानक रात साढ़े 11 बजे चक्कर आने लगे, फिर उल्टी हुई। परिवार में 4 लोगों की तबियत ज्यादा खराब है। सभी अस्पताल में भर्ती हैं
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