सांगली। इस समय पूरे देश में बच्चा चोरी की अफवाह ऐसे फैली है कि लोग अपने बच्चों को अकेले स्कूल तक भेजने में डर रहे है। इस वजह जहां भी कोई संदिग्ध दिख रहा है, लोग बच्चा चोर समझकर उसे पीटने लग रहे है। कुछ ऐसी ही घटना महाराष्ट्र के सांगली में हुई; यहां 4 साधुओं की बच्चा चोरी के शक में बेरहमी से पिटाई की गई। चारों साधु मथुरा के रहने वाले हैं। ये सभी बीजापुर से पंढरपुर दर्शन के लिए जा रहे थे। उन्हें रोककर जमकर मारापीटा गया।
साधुओं को जीप से निकालने की कोशिश
पुलिस ने बताया कि पंढरपुर जाते वक्त स्थानीय लोगों ने इन्हें रोका। सवाल पूछने पर ये लोग भाषा के चलते एक-दूसरे की बात समझ नहीं पाए। इसके बाद ही लोगों को शक हुआ कि ये सभी बच्चा चोर हैं। इसके बाद इनकी पिटाई शुरू कर दी। साधुओं को लोगों ने डंडों से पीटा। मौके पर पुलिस भी पहुंची। इस दौरान भी लोगों ने साधुओं को जीप से निकालने की कोशिश की।
पुलिस ने सभी साधुओं को अस्पताल में भर्ती कराया है। अभी किसी की भी स्थिति बयान देने की नहीं है। इनकी हालत सुधरते ही इनके बयान रिकॉर्ड किए जाएंगे। अभी तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।मालूम हो कि महाराष्ट्र के पालघर में 16 अप्रैल 2020 को दो साधुओं और एक ड्राइवर की हत्या कर दी गई थी। 16 अप्रैल की रात 70 साल के कल्पवृक्ष गिरी सुशील गिरी अपने ड्राइवर नीलेश तेलगाडे के साथ ओमिनी वैन से सूरत जा रहे थे जब पालघर से 100 किलोमीटर दूर स्थित गढ़चिंचले गांव में भीड़ ने उन्हें बाहर खींच लिया था। इसके बाद उनकी पीट.पीटकर हत्या कर दी गई थी।
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