रामपुर। यूपी के रामपुर जिले से शादी के बाद उस समय हड़कंप मच गया जब शादी के बाद दूल्हा और बाराती बिना दुल्हन को विदा कराए ही मंडप से निकल लिए। जब सच्चाई का पता चला तो घराती सिर पकड़कर बैठ गए। दरअलस दूल्हे को दहेज में बाइक नहीं दिखी तो वह निकाह कबूल करने के बाद बहाना बनाकर वहां से धीरे से निकल गया। इसके बाद बराती भी भोजन करके धीरे-धीरे वहां से निकल गए।
निकाह की रस्म के दौरान दूल्हा लघुशंका के बहाने बाहर निकला और लौटकर ही नहीं आया। काफी देर तक वो नहीं आया तो लोग परेशान हो गए। इसी दौरान पता चला कि केवल दूल्हा ही नहीं बल्कि उसका पिता भी गायब है। इसके बाद जब सच पता चला तो खुशियां मातम में बदल गईं। इस घटना के बाद से दूल्हा और दुल्हन का प्रकरण शाहबाद और इस्लामनगर क्षेत्र में चर्चा का विषय है।
बराती भोजन करके गायब हो गए
निकाह की रस्म पूरी होने के बाद दूल्हा और बराती भोजन करके गायब हो गए। दुल्हन को बिना लिए ही दूल्हा और बराती वापस आ गए। बताया जा रहा है कि दूल्हा लघुशंका जाने के बहाने ससुराल से भाग गया। मामला पंचायत तक जा पहुंचा। तीन दिनों तक मामला दुल्हन को लाने के लिए चलता रहा। लेकिन दुल्हन के पिता ने पूरी जिम्मेदारी संभ्रांत लोगों पर छोड़ रखी थी।
शाहबाद क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक की बरात जनपद बदायूं के इस्लामनगर 25 जुलाई की रात को गई थी। रात में बैंड बाजे के साथ दूल्हा की बरात चढ़ाई गई। उसके बाद दूल्हा और बरातियों ने भोजन किया। देर रात को दूल्हा का निकाह पढ़ाया गया।दुल्हन पक्ष के लोगों ने जब दूल्हा पक्ष के लोगों को फोन किया तो पता लगा कि दूल्हा पक्ष के लोग दुल्हन को बिना लिए ही निकल गए। इसके बाद दुल्हन के यहां पर चल रहे खुशी का माहौल मातम में तब्दील हो गया।
दूल्हा पक्ष ने यह दी सफाई
बताया गया कि दहेज में बाइक न होने के कारण दुल्हन को लिए बिना लिए ही दूल्हा आ गया था। जबकि दूल्हा पक्ष के लोगों ने बताया कि उनके पास कोई जेवरात और रुपये नहीं थे। इसलिए वे वहां से निकले थे। जानकारी करने पर बताया गया कि बरात में जाने के लिए तीन सौ बराती तय किए थे। लेकिन बरात में मात्र साठ ही बराती पहुंचे थे। इस घटना के बाद से दुल्हन और उसके परिवार वालों का रो.रो कर बुरा हाल था। निकाह के बाद दुल्हन छोड़ने का मामला पंचायत तक जा पहुंचा। बृहस्पतिवार को मामले को सुलझाने के लिए वहां के संभ्रांत लोग और दूल्हा पक्ष की ओर के संभ्रांत लोग दुल्हन के यहां पहुंचे। पहले तो पंचायत के लोग दुल्हन भेजने के लिए मना कर रहे थे। लेकिन दूल्हा पक्ष के संभ्रांत लोग जिद पर अड़ गए। बृहस्पतिवार देर रात तक समझौता चल रहा था।
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