लखनऊ । सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सड़कों पर बढ़ते अतिक्रमण को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। सीएम ने निर्देश दिया कि अवैध स्टैंड चलाने वाले ठेकेदारों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई की जाए। सड़कों से अवैध स्टैंड 24 घंटे के अंदर हटाए जाएं। हर एक माफिया की कमर तोड़ दी जाए। मुख्यमंत्री बुधवार को सड़क सुरक्षा अभियान के तहत फील्ड के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे थे। उन्होंने बृहस्पतिवार से सड़क सुरक्षा के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। आरटीओ कार्यालय दलालों से मुक्त हो और ड्राइविंग लाइसेंस केवल योग्य व प्रशिक्षित लोगों को मिले। बिना टेस्ट पास किए किसी को ड्राइविंग लाइसेंस न दिया जाए। इसके साथ ही मंदिरों और मस्जिदों से उतारे गए लाउडस्पीकर को स्कूलों को सौंपने के निर्देश दिए है।
तय स्थान पर ही लगें पटरी दुकानें
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हादसे रोकने के लिए सड़कों से अतिक्रमण को हटाना होगा। पटरी व्यवसायियों के स्थान का चिह्नांकन करते हुए सुनिश्चित करें कि कोई तय स्थान के बाहर दुकान न लगाए। नगरों में पार्किंग की व्यवस्था को और बेहतर की जाए। इसके साथ ही गाजियाबाद स्कूल बस हादसे का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने अनफिट व बिना परमिट वाले वाहनों को हर हाल में रोकने का निर्देश दिया। इसके साथ ही कहा कि अनेक अवैध, डग्गामार बसें प्रदेश की सीमा से होकर अन्य राज्यों की ओर जा रही हैं। ये ओवरलोड और जर्जर होती हैं। परिवहन विभाग इनके संचालन पर अंकुश लगाए।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क, ओवरब्रिज स्टंट की जगह नहीं है। ऐसी अराजकता पर सख्ती से लगाम लगाई जाए। हेलमेट, सीटबेल्ट का प्रयोग अनिवार्य रूप से लागू किया जाए।
कमर तोडू़ न बनाएं स्पीड ब्रेकर
वीसी में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पीड ब्रेकर टेबल टॉप हो न कि कमर तोड़ने वाला। बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं, मरीजों को इससे परेशानी न हो। खराब डिजाइन की वजह से लोग स्पीड ब्रेकर के किनारे से वाहन निकालते हैं, जिससे दुर्घटना भी होती है। सड़कों पर बढ़ते अतिक्रमण को लेकर अफसरों को भी चेतावनी दी। कहा कि शहरों में अवैध टैक्सी संचालन को लेकर स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही तय की जाए। टैक्सी स्टैंड का स्थायी समाधान नहीं हुआ तो स्थानीय प्रशासन के लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
सामूहिक प्रयास से रुकेंगे सड़क हादसे
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं है। इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। इसके लिए अंतर्विभागीय समन्वय के साथ बड़े पैमाने पर अभियान चलाने की जरूरत है। अभियान को दो चरणों में चलाया जाए। पहले चरण में बृहस्पतिवार से पांच दिन जागरूकता पर जोर दिया जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि अब भी अनावश्यक लाउडस्पीकर लगाए जाने या तेज आवाज में बजने की शिकायत मिलती है तो सर्किल के पुलिस अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर व अन्य अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जो लाउडस्पीकर उतरवाए गए हैं उन्हें आवश्यकता अनुसार निकट के स्कूलों को उपलब्ध कराया जाए।
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