लखनऊ। Yogi Adityanath सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घुसपैठिया कहकर तंज कसा, इससे पूरे बीजेपी के साथ ही प्रदेश की जनता में आक्रोश है। प्रदेश वासियों का कहना है जो काम यहां के नेताओं ने नहीं किया, वह पड़ोसी राज्य में जन्में और यूपी में पढ़े—लिखे योगी आदित्यनाथ ने कर दिखाया। बीमारू प्रदेश को विकास की पटरी पर सरपट दौड़ा रहे है, इसलिए सपा मुखिया को यह बात हजम नहीं हो रही है।
दरअसल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने घुसपैठियों को लेकर बात करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा और उन्हें भी घुसपैठिया बताया था। उन्होंने कहा कि हमारे यूपी में भी घुसपैठिए हैं। मुख्यमंत्री खुद उत्तराखंड से हैं। हम तो चाहते हैं कि उन्हें उनके राज्य वापस भेज दिया जाए। अखिलेश के इस बयान पर भाजपा नेताओं ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। योगी सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा है कि अखिलेश यादव मानसिक रूप से दिवालिया हो गए हैं। इसलिए इस तरह के अनर्गल बयान दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वे विचारधारा के लिहाज से भी घुसपैठिए हैं। वे भाजपा के सदस्य नहीं थे, बल्कि किसी और पार्टी के सदस्य थे। साथ ही सवाल दागा कि इन घुसपैठियों को कब हटाया जाएगा।
यहां बता दें कि हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया था कि कुछ राजनीतिक दल घुसपैठियों को वोट बैंक की तरह मानते हैं। शाह ने यह सवाल भी उठाया था कि गुजरात और राजस्थान की सीमाओं पर घुसपैठ क्यों नहीं होती। अखिलेश यादव के इस बयान को इसी का जवाब माना जा रहा है।
कपिल देव अग्रवाल ने किया पलटवार
यूपी सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वे अब हताश हो चुके हैं। उनके पास कहने को कुछ नहीं है। योगी के मंत्री ने अखिलेश के इस बयान को मानसिक दिवालियापन बताया और कहा कि उनके पास अब कहने को कुछ और नहीं है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बड़ा विकास किया है यह अखिलेश की गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जब अपने गुरु के पास आए थे, तब उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड एक ही राज्य था। आज उत्तराखंड हमारा सिरमौर है। बांग्लादेशी घुसपैठिए रोहिंग्या से योगी आदित्यनाथ की तुलना करना अखिलेश का बौद्धिक दिवालियापन है।
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