कानपुर। आजकल युवाओं में एक खास ट्रेंड चल गया है बिना मेहनत के सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर वायरल करना। सस्क्राइबर और लाइक्स बढ़ाना, इसी चक्कर में कई बार गलत कदम उठा लेते है। कई बार देश और समाज विरोधी काम करने लगते है। कुछ ऐसा ही ताजा मामला यूपी के कानपुर जिले से सामने से आया है। यहां एक युवक पहले धार्मिक वीडियो बनाता था अपेक्षाकृत कम लाइक्स मिलने पर वह अश्लील वीडियो बनाने लगा, इसी चक्कर में उसे जेल की हवा तक खानी पड़ी।
लोकप्रिय होने उठाया गलत कदम
बता दें छत्रपति Shahuji Maharaj University में छात्राओं को गले लगने के लिए बोलकर वीडियो बनाने वाले युवक का पुलिस ने शांतिभंग में चालान कर दिया। पुलिस के अनुसार प्रसून पंडित नाम की इस आईडी से युवक के कई वीडियो वायरल हुए थे। वह पहले धार्मिक वीडियो एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल करता था। हालांकि अधिक लोकप्रिय होने के लिए उसने अश्लील वीडियो बनाना शुरू कर दिया। कल्याणपुर थाना प्रभारी सुधीर कुमार ने बताया कि कल्याणपुर निवासी प्रसून तिवारी की प्रसून पंडित नाम से इंस्टाग्राम आईडी है।
तीन दिन कानपुर यूनिवर्सिटी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह छात्राओं से गले लगने की बात कर रहा था। युवक बोल रहा है कि उसे टास्क मिला है कि अगर वो किसी युवती को गले लगाएगा तो उसके बदले 500 रुपये मिलेंगे। यूनिवर्सिटी के एक छात्रनेता ने कल्याणपुर थाने में युवक के खिलाफ तहरीर दी थी। पुलिस को पूछताछ में युवक ने बताया कि पहले वह धार्मिक गीतों पर वीडियो बनाता था लेकिन इसमें फॉलोअर्स नहीं बढ़ रहे थे। इसलिए दिल्ली के पैटर्न पर वीडियो बनाने का विचार आया।
पुलिस ने किया शांति भंग में चालान
यूट्यूब पर इस तरह के कई वीडियो पड़े हुए हैं। युवक ने हाल ही में कानपुर विश्वविद्यालय, इस्कॉन मंदिर, चिड़ियाघर, मोतीझील सहित शहर के कई जगह के वीडियो अपलोड किए हैं। इसमें युवतियों से गले लगने के लिए और उन्हें गर्लफ्रेंड बनाने को प्रपोज करना जैसे कई तरह के वीडियो शामिल हैं। छात्रनेता के तहरीर देने पर युवक ने कई वीडियो डिलीट कर दिए हैं। बताया कि इस तरह के वीडियो से माहौल खराब होता है इसलिए युवक का शांति भंग में चालान किया है।
बाहरी छात्र ने विवि में बनाई रील तो होगी जेल
छत्रपति शाहूजी महाराज विवि में अब कोई भी बाहरी छात्र रील बनाते मिला तो उस पर कानूनी कार्रवाई होगी। वहीं, विवि के छात्रों को पहले अनुमति लेनी होगी। बिना अनुमति वीडियो बनाने या उसे सोशल मीडिया पर अपलोड करने पर कार्रवाई की जाएगी। यह बात शनिवार को सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहीं। उन्होंने कहा कि कैंपस के छात्र बिना अनुमति अगर ऐसा करते हैं तो उसके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई होगी। इसकी निगरानी के लिए चीफ प्रॉक्टर की देखरेख में एक कमेटी गठित की गई है। कैंपस के छात्रों पर संबंधित विभागाध्यक्ष व चीफ प्रॉक्टर की टीम जांच कर नियमावली के अनुसार कार्रवाई करेगी।