- 30 मई को हो रही देश-भर में रिलीज , राष्ट्रीय -अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में पा चुकी है कई अवार्ड
मनोरंजन डेस्क। मासूम बचपन के सपनों, हौसलों, संघर्षों और प्रतिभा में अथाह ताकत होती है। ख़ासकर अभावग्रस्त,संघर्षशील गरीब परिवार के या लावारिस बच्चे जो सोच लें वो कर दिखाते हैं। उन्हें मुश्किलें और अभावों से लड़ने की आदत हो जाती है। ग़रीबी और तकलीफें ही उनकी ताकत बन जाती हैं।ऐसे बचपन की ताकत को फिल्म निर्माता फखरुल हसन ने सिनेमा के पर्दे पर उकेरा है।
मेहरान अमरोही द्वारा निर्देशित फिल्म चिड़िया 30 मई को देशभर में रिलीज हो रही है। मुंबई के चॉल में रहने वाले बच्चों पर केंद्रित फिल्म भले ही अब बड़े पर्दे पर रिलीज़ हो रही है किंतु देश के दिग्गज थिएटर/फिल्म कलाकारों की ये फिल्म दुनियाभर में धमाल मचा चुकी है। उत्कृष्ट कहानी वाली Chidiya राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से पुरस्कृत है। तमाम फिल्म फेस्टिवल में इसे सराहा गया है।
सपनों को जीने की कोशिश
स्माइली फिल्म्स और की मीडिया वर्क्स की इस फिल्म का आकर्षक ट्रेलर ज़ी म्यूजिक कंपनी ने जारी किया है जबकि Chidiya का वितरण रिलाइंस एंटरटेनमेंट कर रहा है। दो छोटे बच्चों शानू और बुआ की कहानी पर केंद्रित फिल्म में मुंबई चॉल के अभावों और साधनहीनता को शिकस्त देता बचपन का हुनर हौसलों की उड़ान भरता दिखता है।
ये बच्चे चॉल के कबाड़खाने को खेल के मैदान (बैडमिंटन कोर्ट) में बदलकर अपने सपनों को जीने की कोशिश करते हैं। विनय पाठक, अमृता सुभाष, स्वर कांबले, आयुष पाठक के अभिनय से सजी फिल्म का संगीत शैलेन्द्र बर्वे ने तैयार किया है जबकि गीत लिखे हैं जितेंद्र और मेहरान ने। छायांकन विकास जोशी का है और फिल्म का संपादन किया है मोहित तकालकर ने।
-नवेद शिकोह