मुरादाबाद। सऊदी से लौटने वाले छह लोगों का अगर अपहरण नहीं होता तो gold smuggling का भंडाफोड़ नहीं होता। बदमाशों से छुड़ाने के बाद पुलिस ने इन लोगों को रात भर अपनी निगरानी में रखा, सुबह अल्ट्रासाउंड हुआ तो इनके पेट में सोना होने की पुष्टि हुई इसके बाद पुलिस चार लोगों के पेट से सोना निकलवाया, जिसे देख वहां मौजूद लोग दंग रह गए। सोना निकलने की जानकारी होते ही तस्करों के परिवार वाले से भाग निकले।
बचाने में जुटे रहे परिजन
जब पुलिस ने बदमाशों से तस्करों को छुड़ाया तो परिजन भी मौके पर पहुंच गए और पुलिस पर दबाव बनाने लगे कि उनके घर वाले सुरक्षित बच गए, इसलिए वह लोग कोई कार्रवाई नहीं करता चाहते है, इसके बाद भी पुलिस ने पुष्टि करने के लिए रात भर तस्करों को अपनी निगरानी में रखा सुबह जब अल्ट्रासाउंड हुआ तो उनके पेट में सोने की पुष्टि हुई, इसकी जानकारी होते ही परिजन भाग निकले और पुलिस ने सोना निकलवाने के बाद तस्कार पर कार्रवाई कर रही है।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि रामपुर जिले के टांडा बादली निवासी शाने आलम, मुतल्लवी, मो. नावेद, जाहिद अली, अजहरुद्दीन और जुल्फेकार सऊदी अरब में नौकरी करते थे। शुक्रवार को सभी लोग सऊदी से दिल्ली लौटे थे। टांडा निवासी कार चालक जुल्फेकार के साथ सभी अपने घर टांडा जा रहे थे। शुक्रवार शाम करीब चार बजे मुरादाबाद में दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर पुराने टोल टैक्स पर दो कारों से आए छह बदमाशों ने कार को ओवरटेक कर रुकवा लिया था। एक बदमाश ने वर्दी पहन रखी थी और उनकी कार में इंस्पेक्टर की कैप रखी थी। बदमाशों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए चेकिंग शुरू कर दी।
बदमाशों को थी पक्की सूचना
बाद में हथियारों के बल पर सभी को बंधक बना लिया और मूंढापांडे क्षेत्र के रौंडा के जंगल में ले गए। बदमाश को पता चला था कि सऊदी से लौटे लोगों के पेट में सोना है। इसलिए बदमाश सभी लोगों का पेट चीरने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान जुल्फेकार बदमाशों के चंगुल से निकल गया और गांव में पहुंचकर शोर मचा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी कर बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया। इसी दौरान बदमाश फायरिंग करने लगे तो पुलिस ने जवाबी फायरिंग। पुलिस की गोली से कटघर के रामपुर दोराहा निवासी तौफीक उर्फ तुफैल और उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के कुंडा थाना क्षेत्र के हरिया वाला बसई चौराहा इस्लाम नगर निवासी राजा उर्फ रजा चौधरी घायल हो गए थे। दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी थी। वहीं चार बदमाश मौके से भाग निकले थे।
पकड़े गए बदमाशों ने पुलिस को बताया कि यह सभी लोग सोना की तस्करी करते हैं। उन्हें पक्की सूचना मिली थी कि उनके पेट में सोना है। इसलिए उनका अपहरण किया था। इसके बाद पुलिस बदमाशों के चंगुल से छुड़ाए गए दुबई से लौटे छह लोगों को अपनी निगरानी में रातभर रखा। शनिवार को अल्ट्रासाउंड कराया तो चार लोगों के पेट में सोना होने की पुष्टि हुई।बदमाशों के चंगुल से छुड़ाकर पुलिस की हिरासत में लिए गए लोगों के परिजन बेचैन हैं। परिजन शनिवार को मिलने मुरादाबाद पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें मिलने नहीं दिया। जावेद मियां के परिवार वालों ने बताया कि वह चार वर्षों से सऊदी अरब में काम कर रहे थे। वहीं नासिर डेढ़ साल से वहां मजदूरी कर रहे थे।
अल्ट्रासाउंड के बाद डॉक्टर ने सऊदी से लौटे लोगों के पेट में सोना होने की बात से इन्कार कर दिया। जब पुलिस ने डॉक्टर से सभी को जिला अस्पताल रेफर करने को कहा तो डॉक्टर आनाकानी करने लगे। इससे पुलिस का शक गहरा गया। पुलिस ने जब सभी का निजी लैब में अल्ट्रासाउंड कराया तो चार लोगों के पेट में सोना की पुष्टि हो गई। इसके बाद पुलिस ने पत्र लिखकर सीएचसी के डॉक्टर पर दबाव बनाया तब डॉक्टर ने सभी को रेफर किया। ऐसे में सीएचसी मूंढापांडे के डॉक्टर की भूमिका पर भी संदेह है।
सोने के नौ कैप्सूल निकले
जिला अस्पताल में भर्ती चारों सोना तस्करों का कड़ी सुरक्षा में उपचार किया जा रहा है। मेडिकल टीम ने चारों के पेट से अभी तक सोने के नौ कैप्सूल निकाल लिए हैं। एक कैप्सूल का वजन 25 ग्राम हैं। डॉक्टरों का कहना है चारों के पेट में बड़ी संख्या में कैप्सूल हैं। अभी और कैप्सूल निकाले जाएंगे। अभी तक करीब सवा दो सौ ग्राम सोना निकल चुका है। पेट से सोना निकलवाने के लिए चारों तस्करों को भरपूर खाने के साथ दवाई भी दी जा रही है, जिससे कैप्सूल निकाले जा सकें।
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