नईदिल्ली। Operation Sindoorमें मारे गए बड़े आतंकियों के नाम शनिवार को सामने आए। इनके मारे जाने से आतंकियों की कमर टूट गई,इसलिए पाकिस्तान भारत से युद्ध पर उतारू है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार में मारे आतंकियों में पहला नाम मुदस्सर खादियां खास (मुदस्सर और अबू जुंदाल): संबंद्धता- लश्कर-ए-तैयबा
मरकज तैयबा, मुरीदके का प्रभारी। दूसरा हाफ़िज़ मुहम्मद जमील: संबंद्धता- जैश-ए-मोहम्मद जो मौलाना मसूद अज़हर का सबसे बड़ा साला था, जिसके जिम्मे बहावलपुर में मरकज़ सुभान अल्लाह था।यहां पर युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और जैश-ए-मोहम्मद के लिए धन जुटाने में सक्रिय रूप से शामिल। तीसरा नाम है मोहम्मद यूसुफ़ अज़हर (उस्ताद जी, मोहम्मद सलीम और घोसी साहब): संबंद्धता- जैश-ए-मोहम्मदमौलाना मसूद अज़हर का साला। जो जैश-ए-मोहम्मद के लिए हथियार प्रशिक्षण का काम संभालता है। यह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल। आईसी-814 अपहरण मामले में वांछित।
चौथा नाम है खालिद (अबू अकाशा) जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। जम्मू और कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल। अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी करता था। फैसलाबाद में अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर शामिल हुए। इसके अलावा पांचवा नाम सामने आया है। मोहम्मद हसन खान जो जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश के ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा।जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय में अहम भूमिका निभाई।
पाकिस्तान ने दागी भारी मिसाइल
पाकिस्तान ने शुक्रवार को रात जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान से गुजरात तक के 26 इलाकों में फिर ड्रोन से हमला बोला। पंजाब के फिरोजपुर में ड्रोन से करीब 25 धमाके हुए। इसमें एक ही परिवार के तीन लोग घायल हो गए। भारतीय सैन्य बलों ने कई हमलों को वायु रक्षा प्रणाली के जरिये नाकाम कर दिया। इसके अलावा पाक की तरफ से भारी मिसाइलों का प्रयोग किया गया।
सीडीएस ने रक्षा मंत्री से मुलाकात की
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव बढ़ने के बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और उन्हें मौजूदा स्थिति से अवगत कराया। सीडीएस ने शनिवार सुबह रक्षा मंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की। भारत ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान ने गुरुवार रात भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की और लेह से लेकर सर क्रीक तक 36 स्थानों पर 300 से 400 तुर्किए के ड्रोन दागे। बैठक में उभरती सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गई। बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह शामिल हुए।
आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय सेना ने आतंकवादी लॉन्चपैड्स को नष्ट कर दिया। 8 और 9 मई 2025 की रात को पाकिस्तान की ओर जम्मू कश्मीर और पंजाब के कई शहरों में ड्रोन हमलों की कोशिश करने के बाद पाकिस्तान के दुस्साहस का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने आतंकवादी लॉन्चपैड्स को निशाना बनाया और उन्हें तबाह कर दिया। नियंत्रण रेखा के करीब स्थित आतंकवादी लॉन्चपैड अतीत में भारतीय नागरिकों और सुरक्षा बलों के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने का केंद्र थे। भारतीय सेना की कार्रवाई ने आतंकवादी बुनियादी ढांचे और क्षमताओं को एक बड़ा झटका दिया है।