फर्रुखाबाद। यूपी के फर्रुखाबाद में जन्माष्टमी के दिन दो सहेलियों की हुई मौत के मामले में पुलिस के हाथ अहम सुराग लगा है। हिरासत में लिए गए दोनों सहेलियों के प्रेमियों ने जो खुलासा किया वह काफी चौकाने वाला है। पुलिस के दोनों का प्रेम प्रसंग दो युवकों से अप्रैल से ही चल रहा था। दोनों प्रेमी के दी गई सिम को दूसरे के मोबाइल में डालकर बात करती थी। बात करने के बाद फोन से आउट गोइंग और इन कमिंग कॉल को डिलीट कर देती थी। इसका पता दोनों को घर वालों को चला तो दोनों पर यह रिश्ता खत्म करने का दबाव बना रहे थे। उधर दोनों के प्रेमी दोनों से लगातार मिलने के लिए दबाव डाल रहे थे। इसी कशमश में दोनों फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली थी।
बाग में मिला था शव
फर्रुखाबाद के कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी अनुसूचित जाति की युवती (18) व उसकी सहेली किशोरी (17) एक साथ 26 अगस्त को गांव के पास बाग में शव फंदे से लटके मिले थे, जैसे ही इसकी जानकारी लगी तो गांव के साथ ही पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया। परिजनों ने हत्या करके शव लटकाने का आरोप लगाया था। वहीं राजनीतिक दलों ने भी इस पर बयानबाजी करके मामले को हाई प्रोफाइल बनाने का काम किया।
पुलिस जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी वैसे- वैसे मामला हत्या से आत्महत्या में बदल गया। यह भी जानकारी आई कि दोनों के परिजनों को दोनों के प्रेम-प्रसंग की जानकारी थी।
खोजबीन करने पर व्यापारी नेता के बाग में 27 अगस्त की सुबह दोनों सहेलियों के शव दुपट्टे के फंदे से पेड़ पर लटके मिले थे। एक सहेली के पिता ने हत्या का आरोप लगाया था। पैनल से हुए पोस्टमार्टम में दोनों सहेलियों की मौत फंदा लगने से दम घुटने के कारण होना बताई गई थी। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए दोनों की स्लाइड बनाकर सुरक्षित की गई थी।
दोनों प्रेमियों को भेजा जेला
जांच के दौरान एक युवती के मोबाइल से मिली सिम से पुलिस आरोपियों तक पहुंचीं। जांच में पता चला कि यह सिम दीपक के नाम पर है। दीपक और उसका साथी पवन दोनों से बात करते थे। पुलिस ने दोनों युवकों को पकड़ा तो मामले की परतें खुलने लगीं। युवती के पिता की तहरीर पर पुलिस ने दोनों युवकों पर पुत्री और उसकी सहेली को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शुक्रवार को पवन व दीपक को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
सूट नपवाने के दौरान हुई थी दोस्ती
दीपक की सिलाई की दुकान पर पवन भी उसी पर काम करता है। दोनों सहेलियां उन्हीं की दुकान में सलवार सूट सिलवाने के लिए पहुंचीं थीं। पुलिस की मानें तो 24 अप्रैल से ही दोनों सहेलियों की पहली बार युवकों से फोन पर बातचीत हुई थी। इसके बाद से बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ।15 मई को दीपक ने अपने नाम से सिम खरीदकर युवती को दिया था। दोनों सहेली चाचा व अन्य परिजनों का मोबाइल मांगकर दीपक के दिए हुए सिम को डालकर बात करती थीं। बात करने के बाद वह मोबाइल से डाटा डिलीट कर देतीं थीं।कुछ समय पहले सहेलियों के परिजनों को इसकी जानकारी हो गई। ऐसे में दोनों सहेली पवन व दीपक से दूरी बनाने की बात कह रही थीं। पवन व दीपक उनसे मिलने व बात करने का दबाव बना रहे थे। इसी दबाव में दोनों ने जान दे दी।
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