नैनीताल। उत्तराखंड के Nainital में 12 साल की बालिका से दुष्कर्म के आरोपी ठेकेदार उस्मान का मुस्लिम समुदाय ने बहिष्कार करने का एलान किया है। अंजुमन इस्लामिया कमेटी ने प्रेसवार्ता कर इसकी घोषणा की। वहीं दूसरी ओर महिला डॉक्टर और पीड़िता की मां के बयान दर्ज किए गए हैं। बालिका से दुष्कर्म के बाद यहां रुकूट कंपाउंड इलाके में सैकड़ों लोग रातों रात गायब हो गए हैं। इन परिवारों का गायब होना कई सवाल खड़े कर रहा है। दरअसल सत्यापन अभियान चलाने की सूचना के बाद परिवार यहां से चले गए हैं, जिससे लोग हैरत में हैं। सोमवार को इस इलाके में दोपहिया-चौपहिया वाहनों की भीड़ भी नजर नहीं आई।
सत्यपान के डर से भागे कई परिवार
बालिका से दुष्कर्म और बवाल के बाद यह सूचना फैली कि रुकुट कंपाउंड और उससे लगे क्षेत्र में प्रशासन, पुलिस सत्यापन अभियान चलाएगा। क्षेत्रवासियों के मुताबिक रुकुट कंपाउंड क्षेत्र में 200 से अधिक परिवार हैं, इनमें से 60 फीसदी से अधिक दूसरे समुदाय के हैं। इन्हीं में से बिना सत्यापन कराए रह रहे कई लोग रातों-रात यहां से गायब हो गए हैं। बता दे इससे पहले कई चार पहिया और 50 से अधिक दोपहिया वाहन मार्ग के किनारे खड़े रहते थे, जिससे पैदल चलना तक दूभर हो जाता है। ऐसे वाहन भी अब यहां नजर नहीं आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि गायब हुए परिवार यहां अवैध रूप से रह रहे थे जो कि सत्यापन के डर से यहां से चले गए हैं।
मुस्लिम समुदाय ने ली बच्ची की जिम्मेदारी
Nainital incident 12 वर्षीय बालिका से दुष्कर्म के आरोपी उस्मान का मुस्लिम समुदाय ने बहिष्कार करने का एलान किया है। अंजुमन इस्लामिया कमेटी ने प्रेसवार्ता कर इसकी घोषणा की। साथ ही प्रशासन से आरोपी को कड़ी सजा दिलाने की भी मांग की। वहीं कमेटी ने पीड़िता के उपचार और पढ़ाई को भी जिम्मेदारी ली है सोमवार को अंजुमन इसामिया कमेटी अध्यक्ष शोएब अहमद व अन्य लोगों ने मल्लीताल रजा क्लब में बैठक की। इसमें उन्होंने बालिका के साथ हुई घटना को निंदनीय बताते हुए आरोपी मो. उस्मान को कड़ी सजा दिलाने की मांग की। शोएब अहमद ने कहा कि बच्ची के साथ हुए कृत्य से मुस्लिम समाज भी उतना ही आक्रोशित है जितना कि शहरों के अन्य लोग। अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष ने बाहरी क्षेत्रों से आकर शहर का माहौल बिगाड़ने वालों का सत्यापन कराने की मांग की है।
सुरक्षा में घटनास्थल पहुंची बालिका
घटना के बाद से पुलिस फूंक-फूंककर जांच आगे बढ़ा रही है। सोमवार को पुलिस सुरक्षा और एनजीओ के साथ पीड़िता को घटनास्थल लाया गया जहां उससे वारदात पर नजरी नक्शा तैयार कर आवश्यक बिंदुओं को अभिलेखों में दर्ज किया गया। इससे भविष्य में पुख्ता चार्जशीट तैयार की जा सके। वहीं, संवेदनशील घटना में कई बार पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठ रहे हैं। घटना वाले रोज लाल वाहन को अन्यत्र पहुंचाने के बाद दूसरे रोज नगर में चर्चा थी कि आखिर रात में ही वाहन कैसे गायब हुआ।
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