लखनऊ। राजधानी लखनऊ से करूणा दया और मानवता की मिशाल देती हुई अनोखी खबर सामने आई एक तरह वह लोग जो नवजात को नदी में फेंक कर मारना चाहते थे, दूसरी तरफ वह मासूम चार बच्चे जिन्होंने उफनाई नदी में कूदकर अपनी जान पर खेलकर नवजात को नदी की धार से बाहर निकालकर नया जीवन दान दिया।
बच्चों ने बताया कि वह नदी के किनारे खेल रहे थे इसी दौरान स्कूटी से युवक उतरा और नदी में नवजात को फेंक दिया, जिसे हम लोगों ने देख लिया। बच्चे को कोई खिलौना समझकर नदी से बाहर निकाल लाए। जब बाहर उसे लिटाया तो वह एक नवजात निकला सिकी सांसे चल रही थी, जिसे मरने के लिए कोई फेंक गया था। बहरहाल बच्चा मातृ शिशु रेफरल अस्पताल में भर्ती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नवजात को बचाने वाले बच्चों की उम्र 10 से 12 साल है। इनके नाम हैं-तौसीफ, हसीब, अहसान और गुफरान। तेजतर्रार तौसीफ बताता है- हम खेल रहे थे तभी स्कूटी पर सवार तीन लोग आए। एक ने काला मास्क लगा रखा था। उन्होंने नदी में कुछ फेंका और तेजी से भाग निकले।
बुआ ने संभाला, अस्पताल में चल रहा इलाज
तौसीफ ने बच्चेे को घर ले जाकर पिता वारिस को दिया। वारिस ने उसे अपनी निसंतान बहन को दे दिया। उसने बच्चे की देखभाल शुरू की। वहीं पास के पार्क में कैंटीन चलाने वाले ने पुलिस को सूचना दे दी। चाइल्डलाइन को बुलाकर बच्चा उनको सौंपा गया। चाइल्डलाइन की निदेशक डॉ. संगीता शर्मा ने बताया कि बच्चा समय पूर्व जन्मा लग रहा है। उसे मातृ शिशु रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, ठाकुरगंज पुलिस इंस्पेक्टर विजय कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के जरिये बच्चे को फेंकने वालों का पता लगाया जा रहा है।
इसे भी पढ़ेंं…
- अखिलेश ने यूं साधा निशाना, कहा-भाजपा झूठे आकड़ों और दावों में माहिर
- कानपुर पुलिस ने फिर खाकी को किया शर्मसार, थाने में युवक की मौत, परिजन बोले पिटाई से गई जान
- भाभी से अवैध संबंधों की वजह दोस्त ने आरी से काटा गला,सीसीटीवी से हुआ हत्या का खुलासा