मनोरंजन डेस्क। बॉलीवुड में अगर पिता का आदर्श किरदार निभाने के लिए किसी को सबसे बड़ा अवार्ड देना हो तो वह पहला नाम आपके सामने आलोक नाथ का आए। आलोक नाथ ने अपने करियर में जितने भी रोल निभाए उनमें से ज्यादा बापूजी या बड़े उम्र के शख्स या पिता जी के सबसे ज्यादा है। चरित्र किरदारों में उनकी एक्टिंग से लोग काफी इंप्रेस भी हुए और एक समय ऐसा था कि एक्टर एक साथ कई फिल्मों में काम किया करते थे, लेकिन पर्दे के पीछे वे जिस तरह से संस्कारी किरदारों में नजर आए वैसी छवि वे अपनी पर्सनल लाइफ में नहीं बना सके। कई बार कुछ एक्टर का नाम विवादों में आया, मीटू एलिगेशन के अलावा एक बार तो उनपर एक पायलट संग बदसलूकी करने का आरोप भी लगा था।
बिहार से है नाता
आलोक नाथ का जन्म 10 जुलाई, 1956 को बिहार में हुआ, उनकी शुरुआत ही एक ऐतिहासिक फिल्म से हुई। एक्टर ने ऑस्कर विनिंग फिल्म गांधी में एक छोटे रोल से अपने करियर की शुरुआत की,इसके बाद वे मशाल, शारांश, मोहरें और कयामत से कयामत तक जैसी फिल्मों में नजर आए,लेकिन इन फिल्मों में वे छोटे-मोटे रोल्स में ही रहते। मगर एक्टर को पर्दे पर जब उम्रतराज कैरेक्टर्स प्ले करने को मिले तो एकाएक वे इन किरदारों में ढलते चले गए और उन्हें संस्कारी बापू की पहचान मिली।
30 में किया 60 का किरदार
आलोक नाथ ने हम आपके हैं कौन, अग्निपथ, हमदोनों, परदेस, आ अब लौट चलें, ताल, हम साथ साथ हैं, कभी खुशी कभी गम, हम तुम्हारे हैं सनम, सोनू की टीटू की स्वीटी और दे दे प्यार दे जैसी फिल्में की। उन्होंने 30 साल की उम्र से ही उन्होंने अपने से दोगुनी उम्र वाले कैरेक्टर्स प्ले करने शुरू कर दिए थे।
जब पायलट को मार दिया थप्पड़
आलोक नाथ के बारे में कहा जाता है ड्रिंक के साथ उनका एक्सपीरियंस कभी ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक्टर एक दफा दुबई में टीवी शो तारा की स्टार कास्ट के साथ शूटिंग के सिलसिले में गए थे, इस दौरान एक्टर ने ज्यादा शराब पी ली थी और सीधा पायलट से ही बदतमीजी कर दी थी। उन्होंने केबिन में घुसकर पायलेट को थप्पड़ रसीद दिया था. इसके बाद पूरी कास्ट को फ्लाइट से नीचे उतार दिया गया था, एक्टर की इस हरकत के लिए उनकी खूब आलोचना भी हुई थी।
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