हरदोई। यूपी के हरइोई जिले में चार दिन पहले बड़े अरमानों के साथ हाथों में मेहंदी लगाकर युवती ने शादी के सात फेरे लिए थे,दूल्हा हंसी खुशी से उसे विदा कराके घर लेकर आया था। घर में खुशियों का माहौल था। पहले रात नवदंपती हंसी-खुशी काटे, इसके बाद चौथे दिन न जाने क्या हुआ कि दूल्हे ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। चार दिन पहले जो महिला दुल्हन बनकर घर आई थी, वह अब विधवा हो गई थी, अभी उसकी हाथों की मेहंदी भी नहीं छुटी और भगवान ने उसे सफेद साड़ी पहनने पर विवश कर दिया। पति को खोने के गम में महिला लगातार बेहोश हो रही थी। हर कोई यह कह रहा था, भगवान ने यह क्या किया।
बेरहम प्रकृति का यह खेल हरदोई के कासिमपुर थाना क्षेत्र के भीटी गांव का हैं। श्रवण कुमार (30) गांव में ही खेती करता था। बीती एक जुलाई को उसकी शादी गाजीपुर जनपद के सदियाबाग थाना क्षेत्र के बादशाहपुर गांव निवासी सुभाष की पुत्री पुष्पा के साथ हुई थी। दो जुलाई को बरात दुल्हन के साथ वापस गांव आई थी। सोमवार देर रात तक परिवार में शादी की खुशी में गाना बजाना हुआ और इसके बाद परिजन सो गए। मंगलवार सुबह खेतों की ओर गए ग्रामीणों ने उसका शव गांव के ही एक किसान के खेत में लगे पेड़ से गमछे से बने फंदे से लटकता देखा।
बार-बार बेहोश हो रही थी दुल्हन
सूचना पर कासिमपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटना को लेकर परिजन सकते में हैं और फिलहाल चुप्पी साधे हैं। प्रभारी निरीक्षक महेश चंद्र ने बताया कि परिजन कोई आरोप नहीं लगा रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। नई जिंदगी के सुनहरे सपने लेकर पुष्पा दो जुलाई को ही भीठी आई थी। आगे की जिंदगी खुशगवार रहेगी, इसकी शुभकामनाएं उसे न सिर्फ मायके से मिली थीं, बल्कि रविवार को दिन भर ससुरालीजनों ने भी उसे आशीर्वाद दिया था।सोमवार को दिन भर ढोलक की थाप पर मंगल गीत गूंजे, लेकिन मंगलवार सुबह पति श्रवण की मौत की जानकारी से पुष्पा बदहवास हो गई। वह बार बार गश खाकर गिरती रही। परिजनों ने किसी तरह उसे संभाला।
इसे भी पढ़े..