प्रयागराज। 17 साल पहले बसपा विधायक राजू पाल के हत्या के गवाह उमेश पाल के अपहरण और मारपीट के मामले में माफिया अतीक अहमद को कोर्ट ने पहली बार उम्रकैद की सजा सुनाई। इसके बाद से बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सुर बदलने लगे हैं। उमेश पाल हत्याकांड से पहले बसपा ने माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन को मेयर पद का प्रत्याशी घोषित किया था और अब बसपा प्रत्याशी बदलने की तैयारी में है।
मेयर पद पर आरक्षण की स्थिति स्पष्ट होने के बाद बसपा प्रयागराज से मेयर पद का नया प्रत्याशी घोषित कर सकती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रयागराज की मेयर सीट आरक्षित हो या न हो, लेकिन पार्टी ने मन बना लिया है कि बसपा से शाइस्ता की जगह कोई अन्य प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा।
मायावती के बदले सुर
मुस्लमानों को रिझाने के लिए बसपा ने माफिया की पत्नी को टिकट देने का एलान किया था,लेकिन अब माफिया को सजा होने के बाद मायावती के सुर बदल गए, क्योंकि पुलिस ने शाइस्ता परवीर को फरार घोषित किया हैं। शाइस्ता के परिवार के ज्यादातर लोग जेल में हैं या फारार हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि शाइस्ता को चुनाव कौन लड़ाएगा और प्रचार-प्रसार कौन करेगा। समय बहुत कम बचा है। ऐसे में आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट होने के बाद मेयर पद पर किसी नए प्रत्याशी का नाम सामने आ सकता है। उधर, जिलाध्यक्ष टीएन जैसल का कहना है कि मेयर प्रत्याशी पर निर्णय बसपा सुप्रीमो मायावती लेंगी।
बैठक में पार्षद प्रत्याशियों पर होगी चर्चा
तीन अप्रैल को बसपा की जिला समिति की बैठक प्रस्तावित है, जिसमें पार्षद प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा होगी। हालांकि, आधे पदों पर प्रत्याशी पहले से तय हो चुके हैं। बैठक में आंबेडकर जयंती की तैयारी को लेकर भी चर्चा की जाएगी। जिलाध्यक्ष टीएन जैसल के अनुसार इस बैठक में पांचों जोनल इंचार्ज भी शामिल होंगे। प्रयागराज और मिर्जापुर के मुख्य जोन इंचार्ज अशोक कुमार गौतम, अमरेंद्र बहादुर भारतीय एवं राजू गौतम और प्रयागराज के मुख्य जोन इंचार्ज डॉ. जगन्नाथ पाल एवं सतीश जाटव की मौजूदगी में बैठक के दौरान आगामी नगर निगम चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी।
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